सांस्कृतिक व सहपाठ्य गतिविधियों से बच्चों का होता है सर्वांगीण विकास- एडीसी

चार दिवसीय जिलास्तरीय बाल महोत्सव-2023 का शुभारंभ हुआ आज से

गुरूग्राम, 17 अक्तूबर। सांस्कृतिक, खेल और रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने से बच्चों का सही मायने में सर्वांगीण विकास होता है। अभिभावकों को समय-समय पर अपने बच्चों को इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित करते रहना चाहिए।

एडीसी हितेश कुमार मीणा ने आज सिविल लाइन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद सभागार में जिलास्तरीय बाल महोत्सव का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने देवी सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर इस चार दिवसीय महोत्सव की शुरूआत की। नन्हें-मुन्ने बच्चों ने गणेश वंदना की प्रस्तुति से समारोह का आगाज किया।

मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित एडीसी हितेश मीणा ने कार्यक्रम में कहा कि सहपाठ्य गतिविधियों में भाग लेने से बच्चों में आत्मविश्वास की भावना प्रबल होती है और वे कुछ ना कुछ रचनात्मक कार्य करने के लिए तत्पर रहते हैं। समारोह की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए एडीसी ने कहा कि बच्चों में प्रतिभा विद्यमान रहती है, बस आवश्यकता है उनको एक अवसर देने की। उन्होंने कहा कि जो टीमें प्रथम स्थान पर ना आए तो उनके बच्चे निराश ना हों। भविष्य में और मेहनत कर वे भी अव्वल आ सकते हैं।

जिला बाल कल्याण परिषद के चेयरमैन एवं उपायुक्त निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में आयोजित किए जा रहे इस महोत्सव में विभिन्न स्कूलों के एक हजार से अधिक बच्चे भाग ले रहे हैं। बाल महोत्सव-2023 में आज छात्र-छात्राओं ने हरियाणवी, राजस्थानी, हिमाचल और पंजाब के लोकनृत्य प्रस्तुत किए। इसके अलावा बच्चों ने क्ले मॉडलिंग, बेस्ट आऊट ऑफ वेस्ट के सुदंर मॉडल बनाए हुए थे।

एडीसी हितेश कुमार मीणा ने बच्चों के द्वारा तैयार किए गए इन मॉडलों की प्रशंसा की और उन्हें धार्मिक प्रतीकों के महत्व के बारे में समझाया। यह महोत्सव 20 अक्तूबर तक जारी रहेगा। आयोजन के लिए दो मंच और एक प्रदर्शनी स्टाल लगाई गई है। बेर पाको बारा मासा…पिया ले के आई जवार खेत मैं, बिजली पाटी बरसै बादली… मन्नै कर दिया ऊंचा नाम मेरे हरियाणे का आदि गीतों पर छात्राओं ने मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किए। जगन्नाथ बाल आश्रम की छात्राओं द्वारा दिखाई गई योगासन प्रस्तुति को भी काफी सराहा गया।

जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री ने बताया कि इस प्रतियोगिता को दो समूहों में विभाजित किया गया है। टीमों के आकलन के लिए निर्णायक मंडल को टीम का कोड देकर उनकी प्रस्तुति करवाई जा रही है। प्रतियोगिता संपन्न होने के बाद विजेता टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर रैडक्रास सचिव विकास कुमार समिता बिश्नोई, कोमल माथुर इत्यादि उपस्थित रहे।  

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