22 जिलों की अग्रणी संस्थाओं ने करनाल में इकठ्ठा होकर ब्राह्मण खाप हरियाणा का किया गठन। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 16 अक्टूबर : हरियाणा में पहली बार ब्राह्मण समाज के सभी 22 जिलों की अग्रणी संस्थाओं ने करनाल में इकठ्ठा होकर ब्राह्मण खाप हरियाणा का गठन किया है। जो आज से पहले कोई ब्राह्मण खाप प्रदेश स्तर का संगठन नहीं था ऐसा कोई मंच नहीं था जिस पर पुरे हरियाणा का ब्राह्मण समाज इकट्ठा होकर अपनी बात रख सके। एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ब्राह्मण खाप हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि ब्राह्मण समाज को एकजुट करके सामाजिक बुराइयों को दूर करने, राजनीतिक तौर पर समाज को मजबूत बनाने के उद्देश्य को लेकर ब्राह्मण खाप का गठन किया गया। ब्राह्मण खाप की कार्यकारिणी में विजय जोशी सिरसा को वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष, राम निवास शर्मा फतेहाबाद, श्याम लाल शर्मा कुरुक्षेत्र, नरेंद्र देव शर्मा नारायण गढ़ , मनोज गौतम महेंद्रगढ़ को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। गुलाब शर्मा करनाल को प्रदेश महासचिव बनाया गया है। संदीप मुदगल सांघी रोहतक, मुकेश जोशी नारनौल ,संदीप शर्मा कपालमोचन यमुनानगर, वीर भान करोड़ा कैथल को प्रदेश सचिव बनाया गया है। घनश्याम शर्मा बहादुरगढ़ , मुकेश गौतम पानीपत को प्रदेश सह सचिव बनाया गया है। मुकेश शर्मा एडवोकेट पंचकूला व देव पराशर एडवोकेट भिवानी को लीगल एडवाइजर बनाया गया है। राम अवतार नारनौंद हिसार को प्रदेश प्रचार सचिव बनाया गया है। जयभगवान शर्मा अंबाला को अंबाला ज़ोन, ईश्वर दत्त शास्त्री कैथल को करनाल ज़ोन ,राजकुमार शर्मा प्रधान ब्राह्मण सभा हिसार को हिसार ज़ोन, बृज मोहन वत्स बल्लभगढ़ को फरीदाबाद ज़ोन, दीपक मुदगिल एडवोकेट रेवाड़ी को गुरुग्राम ज़ोन का ब्राह्मण खाप हरियाणा का प्रभारी बनाया गया है। सुशील शर्मा सिरसी को प्रवक्ता बनाया गया है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा प्रदेश में सभी राजनीतिक दल ब्राह्मणों को लुभाने का प्रयास कर रही हैं। कोई कहता है ब्राह्मणों को उप मुख्यमंत्री बनाएंगे। कोई कहता है ब्राह्मणों के लिए बहुत अच्छा कार्य करेंगे। ब्राह्मण खाप हरियाणा ने राजनीतिक दलों से मांग की है कि वह ब्राह्मण समाज से मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव पारित करें। हरियाणा में ब्राह्मण समाज की 16 प्रतिशत हिस्सेदारी हैं और अधिकतर प्रतिनिधि पढ़े लिखे हैं, जो प्रदेश को विकास की राह पर अग्रसर कर सकते हैं। ब्राह्मण खाप हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा कि बीते दिनों एक पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज से एक डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। अशोक शर्मा ने सवाल किया कि क्या हरियाणा के ब्राह्मण समाज को मुख्यमंत्री बनने का अधिकार नहीं है। क्या ब्राह्मण को मुख्यमंत्री का पद पाने का सपना छोड़ देना चाहिए। जब हरियाणा में दूसरे समुदाय के लोग मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो ब्राह्मण क्यों नहीं बन सकता। हरियाणा प्रदेश के अंदर ब्राह्मण समाज की 16 प्रतिशत हिस्सेदारी है जो अपने आप में बहुत बड़ी संख्या बल है। कोई भी पार्टी ब्राह्मण समाज की संख्या के हिसाब से ब्राह्मण को चुनाव में टिकट नहीं देना चाहती आखिर क्यों। क्योंकि सभी पार्टियां इस बात से डरती है की अगर ज्यादा ब्राह्मणों को टिकट दिए तो वो चुनाव जीत जाएंगे और मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ठोक देंगे। अगर ब्राह्मण चुनाव नहीं जीत सकता तो चुनाव हराने का दम रखता है। और मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि अबकी बार ब्राह्मण समाज जिस भी राजनीतिक पार्टी को अपना आशीर्वाद देगा वही पार्टी सत्तासीन होगी इसमें कोई शक नहीं है। भारत के पहले राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ब्राह्मण रहे। इसके अलावा ब्राह्मण खाप हरियाणा की मांग है कि ब्राह्मण आयोग का गठन किया जाए, दोहली की जमीन का मालिकाना हक दिया जाए,इबीपीजी का कोटा बहाल किया जाए, गरीब ब्राह्मण छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाए, राजनीतिक दल ब्राह्मण समाज की हिस्सेदारी के हिसाब से 16 प्रतिशत चुनाव में टिकट दे, ब्राह्मण रेजिमेंट को बहाल किया जाए व ब्राह्मणों को दाखिलों में नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण दिया जाए। जो भी राजनीतिक पार्टी ब्राह्मण समाज की उपरोक्त मांगो को अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी, पूरा ब्राह्मण समाज उस पार्टी को तन मन धन से साथ देगा। Post navigation शहीद सैनिकों को समर्पित पितृ मोचनी श्रीमद भागवत कथा का समापन विरासत भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के इतिहास का केन्द्र बनेगा : भारती