चंडीगढ़, 02 अप्रैल 2025: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा में बिजली दरों में वृद्धि के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद से भाजपा सरकार ने एक भी नई बिजली यूनिट का उत्पादन नहीं किया। हर गर्मी में जनता भीषण बिजली कटौती का सामना करती रही है, लेकिन सरकार दरें बढ़ाकर आम आदमी की जेब काटने में लगी हुई है।
कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में जहां भाजपा ने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा किया था, वहीं हरियाणा में बिजली दरों में वृद्धि कर जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने इसे जनता के साथ घोर अन्याय बताते हुए बढ़ी हुई दरों को तुरंत वापस लेने और ईंधन अधिभार समायोजन (एफएसए) समाप्त करने की मांग की।
दरें बढ़ाकर दिया जोर का झटका
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिजली दरों में वृद्धि कर उपभोक्ताओं को जोर का झटका दिया है। मंगलवार आधी रात से बिजली की दरें 20 से 40 पैसे प्रति यूनिट बढ़ा दी गईं। खासकर कृषि क्षेत्र के लिए बिजली दरें 6.48 रुपये प्रति यूनिट से बढ़ाकर 7.35 रुपये प्रति यूनिट कर दी गई हैं। उद्योग क्षेत्र को भी कोई राहत नहीं मिली है, क्योंकि हाई टेंशन लाइन सप्लाई में 30 से 35 पैसे और छोटे कारखानों की एलटी सप्लाई में 10 से 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। बल्क सप्लाई की दरें भी 40 पैसे तक बढ़ाई गई हैं।
एफएसए को लेकर सवाल
कुमारी सैलजा ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही ईंधन अधिभार समायोजन (एफएसए) के तहत 47 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि कर चुकी है। ऐसे में, बिजली दरों में और वृद्धि करना आमजन के साथ अन्याय है। उन्होंने सवाल उठाया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा किया था, तो फिर हरियाणा की जनता के साथ इस प्रकार का भेदभाव क्यों?
सरकार की नीतियों पर तीखा हमला
कुमारी सैलजा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में तीसरी बार आने के बाद भी मौजूदा सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। राज्य की कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है, बेरोजगारी और महंगाई बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार नौकरी देने के बजाय हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआनएन) के तहत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है।
महंगाई और बिजली दरों में वृद्धि पर विरोध
कुमारी सैलजा ने कहा कि महंगाई पहले ही आम आदमी की कमर तोड़ चुकी है, और अब बिजली दरें बढ़ाकर सरकार ने जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियाँ गरीब और मध्यम वर्ग के खिलाफ हैं।
जनहित में दरें वापस लेने की मांग
कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार को जनहित और महंगाई को ध्यान में रखते हुए बिजली दरों में की गई वृद्धि को तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार जनता की भलाई चाहती है, तो उसे बढ़ी हुई दरें और फ्यूल चार्ज दोनों को समाप्त करना चाहिए।