चंडीगढ़, 12 अक्टूबर- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने अमृतसर में गृह मंत्री भारत सरकार की अध्यक्षता में हुई 31वीं नॉर्थ जोन कांउसिल बैठक में उठाए गए मामलों को लेकर आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में बदलाव करने के निर्देश दिए। श्री कौशल ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अक्टूबर 2023 तक आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य पूरा करने के निर्देश दिये। यह योजना राज्य में स्वास्थ्य देखभाल कवरेज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने पैनल में शामिल सार्वजनिक अस्पतालों को दो महीने के अन्दर पात्रता के लिए सभी मरीजों की स्क्रीनिंग करने के भी आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि राज्य में कोई भी पात्र मरीज इस कार्यक्रम के लाभ से वंचित न रहे। उन्होंने अस्पतालों में चिकित्सा प्रक्रियाओं को अनुकूलित करने और विशेष रूप से गंभीर परिस्थितियों के दौरान रोगी डेटा की निर्बाध उपलब्धता और रिकॉर्ड सुनिश्चित करने को कहा। स्वास्थ्य देखभाल और वित्तीय सुरक्षा का विस्तार मुख्य सचिव ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 87.71 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड बनाए गये हैं। आयुष्मान कार्ड के साथ लाभार्थियों को उच्च स्वास्थ्य देखभाल, चिकित्सा उपचार और अस्पताल सेवाओं की पहुंच आसान हो जाती है। इससे न केवल चिकित्सा सेवाएं समय पर मिलती हैं बल्कि आपात स्थिति के समय परिवारों की वित्तीय स्थिरता की भी सुरक्षा होती है। मुख्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री प्रबंधन में सुधार और सुदृढ़ीकरण करंे जिससे उनके स्वास्थ्य देखभाल, रोगी को जानकारी प्रदान कर सशक्त बनाने, समय पर प्रभावी उपचार सुलभ करवाने में आसानी हो सके। श्री कौशल ने स्वास्थ्य सेवाओं की दक्षता बढ़ाने के लिए मजबूत रिकॉर्ड रखने पर बल दिया। इसमें न केवल रोगियों का सही मेडिकल रिकॉर्ड बनाए रखना है बल्कि उनकी मांग पर उपलब्धता सुनिश्चित करना भी शामिल है। यह निर्बाध स्वास्थ्य प्रणाली स्थापित करने से स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को रोगी की महत्वपूर्ण जानकारी तेजी से प्राप्त होंगी और देखभाल की गुणवत्ता और प्रभावशीलता में वृद्धि होती है। आपातकालीन स्थितियों में भी आसानी से रोगी का रिकॉर्ड सुलभ होगा। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाना श्री कौशल ने कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के लिए भरोसेमंद और सही स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पहल प्रगति की निगरानी के लिए महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार साक्ष्य-आधारित स्वास्थ्य देखभाल योजना के आधार को मजबूत करने, हरियाणा में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों की निरंतर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री कौशल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एचएमआईएस की गुणवत्ता में सुधार लाने के निर्देश दिये। इससे न केवल व्यापक डेटा रिकॉर्डिंग पर मिलता है, बल्कि यह डेटा सटीकता और विश्वसनीयता के साथ स्वास्थ्य देखभाल योजना की एक मजबूत और भरोसेमंद नींव है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग डा. जी अनुपमा, अतिरिक्त मुख्य सचिव मेडिकल एण्ड रिसर्च श्रीमती सुमिता मिश्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। Post navigation एचपीएससी, हेरा-फेरी सर्विस कमीशन बना : अनुराग ढांडा युवाओं को तकनीकी क्षेत्र निपुण करने के लिए अप्रेंटिसशिप योजना कारगर-संजीव कौशल