एडीसी ने समिति की वर्तमान वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की गतिविधियों की समीक्षा की, अधिकारियों को व्यापक प्रचार प्रसार के दिए निर्देश गुरुग्राम, 05 अक्तूबर। जिला में बालिकाओं के प्रति सामाजिक एवं व्यवहारिक दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव के लिए चलाई जा रही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को लेकर विकास सदन स्थित मीटिंग हॉल में एडीसी हितेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक हुई। एडीसी ने समिति द्वारा मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में योजना के प्रचार प्रसार के लिए आयोजित गतिविधियों व कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। एडीसी ने शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे वर्तमान तिमाही में जागरूकता कार्यक्रमो को बढावा देकर योजना के सफल क्रियान्वयन व निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान में लिंगानुपात की सूची में सबसे निचले पायदान के पांच गांवो पर विशेष फ़ोकस किया जाए। साथ ही स्कूलों में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें आत्मरक्षा प्रशिक्षण व साइबर अपराध से कैसे बचाव करें इसके बारे में भी जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा समिति से जुड़े सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए, ताकि समाज में बालिकाओं के प्रति सोच में बदलाव लाया जा सके। एडीसी ने जिले में भ्रूण लिंग परीक्षण की प्रभावी रोकथाम के लिए निरंतर डिकॉय ऑपरेशन किए जाने, जिले में सोनोग्राफी सेन्टरों एवं एमटीपी सेन्टरों का निर्धारित लक्ष्यों अनुसार निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला में योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। बेटियों के संरक्षण के लिए हर वर्ग को योगदान के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। ऐसे में यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जिला के प्रत्येक गांव में ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन किया जाए। समीक्षा बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नेहा दहिया ने दूसरी तिमाही में आयोजित गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा कन्या के जन्म पर 753 घरों के बाहर बेटी के नाम के साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लोगो लगाए गए हैं। वही जिला में 25 स्थानों पर कुआ पूजन किये गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला में 933 शपथ कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं। वहीं आंगनवाड़ी केंद्रों में 47 बेटियों का बर्थ डे भी सेलिब्रेट किया गया है। नेहा दहिया ने बताया कि जिला के 126 स्कूलों में बालिका मंच तहत जागरुकता कार्यकर्मो में 14 हजार 815 छात्राओं की सहभागिता भी सुनिश्चित की गई हैं। बैठक में जिला खेल अधिकारी संधू बाला, उप सिविल सर्जन डॉ प्रदीप कुमार, डब्ल्यूसीडीपीओ (फर्रूखनगर) मीनाक्षी, शिक्षा विभाग से योजना की नोडल अधिकारी अंबिका, जिला विकास एवं पंचायत विभाग से राजेन्द्र शर्मा, आंगनवाडी सुपरवाइजर कोमल, अनुपमा, निशा, कल्पना सिंह ,रजनी व सुरजीत सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। Post navigation ‘भारत माता की जय‘ के नारे के साथ निकाली अमृत कलश यात्रा 03 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने व पत्नी को जान में मारने की नीयत से दूसरी मंजिल से धक्का देने वाल ईनामी/मोस्ट वान्टेड गिरफ्तार