हरियाणा सहित देश के अन्य राज्यों से आए कलाकारों की कारीगरी व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा आगंतुकों का मन

गुरूग्राम, 25 सितम्बर। जिला में कला और संस्कृति के प्रचार के लिए डीसी निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में आयोजित चार दिवसीय गुरुग्राम कला उत्सव का रविवार की शाम समापन हुआ। भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और इसकी जीवंत विविधता को समेटे इस कला उत्सव में चाय चौपाल में भी लोगों को कला से जुड़ने व अपनी बात को कला प्रेमियों से साझा करने का अवसर मिला।

कलाग्राम सोसाइटी की संयोजिका शिखा गुप्ता ने कला उत्सव की जानकारी देते हुए बताया कि हुंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से 21 सितंबर से शुरू हुए इस कला उत्सव के समापन की संध्या पर आयोजित सांकृतिक कार्यक्रमों को श्रृंखला में निफ्ट से जुड़ी कलाकार ऋतु जैन द्वारा कबीरदास और सूरदास के दोहों पर आधारित संगीत की प्रस्तुति, सुविंदर कौर द्वारा दिलरुबा नामक वाद्य यंत्र की मनमोहक प्रस्तुति, साथ ही लखनऊ घराने की स्वर्गीय पंडित मुन्ना लाल शुक्ला की शिष्या, अंतराष्ट्रीय नृत्यांगना अनु रावल तथा उनकी शिष्याओं द्वारा कथक की बेहद प्रभावशाली प्रस्तुति ने दर्शकों को मन मोह लिया। वहीं उत्सव में हस्तशिल्प उत्पादों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से लगाई गई एक्जीबिशन जिसमें शहरी, कंटेंपरेरी, ग्रामीण स्वयं सेवी संस्थाएं, युवा कारीगर और स्पेशली एबल्ड कारीगरों के विभिन्न स्टॉल पर उत्सव में आने वाले आगन्तुकों ने जमकर खरीदारी की।

कार्यक्रम में म्यूजियो कैमरा के डायरेक्टर आदित्य आर्य, प्रसिद्ध कलाकार गोपालनामजोशी, आर्ट रूट गैलरी की ओनर लुबना सेन, सबअर्ब मैगजीन की एडिटर विनीता जैरथ और हुंडई के कई उच्चाधिकारियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

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