एचएसबीपी व हुडा और पुलिस प्रशासन के 500 लोगों ने पीड़ित दुकानदारों को बंधक बनाकर तोड़फोड़ की: फतेह सिंह
पूंजी पत्तियों को और पूंजीपति बनाने के लिए कर रही है कार्य प्रदेश सरकार: पीड़ित दुकानदारों द्वारा
1 साल पहले भी इन दुकानों को तोड़ा गया था और बनने के द्वारा से आदेश किए गए: नरसिंह

गुरुग्राम: सुभाष चौक, इस्लामपुर में धरना प्रदर्शन अब सरकार और एचएसबीपी के खिलाफ कभी भी हो सकता है क्यों कि प्राइवेट बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए एचएसवीपी के भ्रष्ट अधिकारियों ने  पुलिस के 500 जवानों द्वारा बंधक बनाकर की गई नाजायज तोड़फोड़। जिसमें लगभग 30 दुकानें हाईवे से जुड़ी हुई थी, यह दुकाने तकरीबन 40 साल से पहले की है और यह हमारे गांव की जमीन थी। इन दुकानों को तोड़ने में पहले भ्रष्ट अधिकारी जे. ई. आरिफ खान का हाथ था। अब एचएसबीपी के कई अधिकारी और सरकार के कुछ लोगों द्वारा किस दुकान में बिना नोटिस दिए तोड़ दी गई।। जो कि प्राइवेट बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए रुपयों की सांठगांठ कर। यह दुकान है बिना किसी बड़े अधिकारी के परमिशन से पहले ही तोड़ दी गई।

इसका मामला हाईकोर्ट चंडीगढ़ में पहले ही चल रहा है जिसमें huda (हरियाणा अर्बन डिपार्टमेंट अथॉरिटी) एक्स पार्टी रहा। यह दुकाने तकरीबन 1 साल पहले भी तोड़ी गई। तब 360 गांव की मां पंचायत हुई जिसमें सरकार और प्रशासनिक तथा क्षेत्रीय विधायक राकेश दौलताबाद ने ग्रामीण वासियों से माफी मांग कर द्वारा से दुकान बनाने के आदेश जारी किए थे और जनता के बीच में खड़े होकर बोला था कि आप अपनी दुकान बनाएं परंतु इस बार फिर बिल्डर से शॉर्टकट की करोड़ों रुपए लेकर दुकानों पर बिना परमिशन के 5 मिनट के अंदर पुलिस का दबाव बनाकर दुकानों को ध्वस्त कर दिया। ग्रामीण वासियों का मानना है कि हमारे साथ जाति की जा रही है जिसकी सुनवाई के लिए कोई भी तैयार नहीं है।

ग्रामीण वासी फतेह सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी जिसका जवाब मांगा एचएसबीपी से परंतु एचएसबीपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जांच का कोई भी जवाब नहीं दिया क्योंकि उनकी शॉर्टकट प्राइवेट बिल्डर से हो चुकी है उसे पैसे भी ले चुके हैं इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छुट्टी का जवाब देना उनके लिए भारी पड़ जाता। प्रदेश की सरकार हमारे साथ गलत कर रही है आने वाले समय में प्रदेश को की सरकार को वोट की चोट से जवाब दिया जाएगा।

आगे भी ग्रामीण वासियों ने कहा कि जल्द हम एक छोटी गांव की बैठक करेंगे जिसमें 360 गांव की महापंचायत को बुलाया जाएगा और जिन लोगों ने दुकान तोड़ी है उन्हें सबके सामने माफी भी मांगनी पड़ेगी और जो पहले बोल कर गए थे फिर द्वारा तोड़ा गया यह हमारे साथ जो जाती हुई है और लाखों रुपए का नुकसान भी हुआ है उसकी भरपाई प्रशासन या फिर सरकार करेगी। ग्रामीण वासियों ने कहा कि एचएसबीपी के अधिकारियों द्वारा जब दुकान तोड़ी गई उससे पहले कोई नोटिस नहीं दिया गया अगर नोटिस दिया जाता तो हम लोग अपने सामान्य को कम से कम बचा लेते जो कि प्रशासन ने आकर लाखों रुपए का नुकसान कर दिया और सभी पत्रकार छायाकार बंधुओं से अपील करते हैं कि  हम जो भी आगे की रणनीति तैयार करेंगे, उन्हें आपको समय-समय पर बताते रहेंगे। और गलत तरीके से तोड़ी गई दुकानों का पर्दाफाश करेंगे। बताया जा रहा है । इन्हीं सब बातों को लेकर आज धरना प्रदर्शन पर मीटिंग हुई।

उस मीटिंग में चौधरी महा सिंह, प्रकाश रोहतास रणवीर रणधीर रणधीर फतेह सिंह बिंदर, टोनी, समय सिंह, अमर सिंह, नितिन सिंह, ताराचंद, गोविंद , हरभजन, नाहर सिंह,  मनजीत, मनीष, बलवीर, जय सिंह, नंबरदार रामकुमार, नंबरदार राकेश, चौधरी श्याम, अटल , रोहतास, सविंदर, नरेश पहलवान, नरेश अग्रवाल, हेतराम धरना स्थल पर आदि लोग मौजूद रहे।

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