– हैफेड का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा यूएई चंडीगढ़ , 8 सितम्बर -हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन महासंघ लिमिटेड (HAFED) के अध्यक्ष श्री कैलाश भगत ने बताया कि जल्द ही संयुक्त अरब अमीरात को चावल और चीनी निर्यात करने के लिए यूएई और हरियाणा सरकार के बीच एक समझौता होगा जिसके बाद हरियाणा से चावल और चीनी का निर्यात किया जाएगा। उन्होंने यह जानकारी आज संयुक्त अरब अमीरात में बासमती चावल के निर्यात से जुड़े कई व्यवसायियों से मुलाकात के बाद दी है। श्री कैलाश भगत एक प्रतिनिधिमंडल के साथ यूएई में गए हुए हैं। उनके साथ प्रतिनिधिमंडल में हैफेड के प्रबंध निदेशक डॉ. जे. गणेशन तथा महाप्रबंधक (विपणन) श्री रजनीश शर्मा भी हैं। हैफेड अध्यक्ष श्री कैलाश भगत ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में बासमती चावल के निर्यात से जुड़े कई व्यवसायियों से मुलाकात की है। इनमे दुबई स्थित बासमती चावल के एक प्रमुख निर्यातक के साथ बैठक हुईं, जिसके बाद 1000 मीट्रिक टन के निर्यात सौदे को अंतिम रूप दिया गया। हैफेड के अध्यक्ष ने कहा कि इस सौदे ने देश से बड़े पैमाने पर निर्यात बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया है। इसके अलावा ,खाद्य से संबंधित संयुक्त अरब अमीरात की एक अग्रणी सरकारी कंपनी, सिलाल फूड एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक श्री अब्दुल्ला अतीक अलदारमाकी के साथ भी बैठक हुई है जो कि सफल रही। डॉ जे. गणेशन ने बताया कि हैफेड ने हाल ही में सऊदी अरब के एक प्रमुख आयातक से लगभग 850 करोड़ रुपये मूल्य के 85000 मीट्रिक टन बासमती चावल के निर्यात ऑर्डर खरीदे हैं जिसमें से 62000 मीट्रिक टन का निर्यात ऑर्डर सफलतापूर्वक निष्पादित किया गया है और शेष निष्पादन की प्रक्रिया में है। उन्होंने आगे बताया कि सऊदी अरब में सफल निर्यात से उत्साहित होकर हैफेड ने अन्य देशों में भी अपने निर्यात कारोबार का विस्तार करने की योजना बनाई है। बासमती चावल के निर्यात के लिए हैफेड किसानों से सीधे बासमती धान की व्यावसायिक खरीद भी कर रहा है। उन्होंने आगे जानकारी दी कि जल्द ही संयुक्त अरब अमीरात को चावल और चीनी निर्यात करने के लिए यूएई और हरियाणा सरकार के बीच एक समझौता होगा इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए सिलाल फूड एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक अब्दुल्ला अतीक अलदरमाकी चंडीगढ़ का दौरा करेंगे। Post navigation बारिश न होने से खराब हुई फसल की गिरदावरी करवा कर किया जाएगा मूल्यांकन: मुख्यमंत्री मनोहर लाल भारत बनाम इंडिया : मुलायम सिंह के प्रस्ताव का विरोध करने वाली भाजपा अब कैसे अपनी बात को सही ठहरा रही है !