कहा- इसी भय के कारण मुख्यमंत्री आरोपी राज्य मंत्री को बचाने में जुटे पीड़िता को जान का खतरा, केंद्रीय बलों की सुरक्षा दिलाए सरकार चंडीगढ़, 6 सितंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि महिला जूनियर कोच से छेड़छाड़ के आरोपी संदीप सिंह को बर्खास्त करने से सरकार के अंदरूनी राजफाश होने का खतरा बना हुआ है। इसी भय के कारण मुख्यमंत्री भी उन्हें बचाने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। अगर मुख्यमंत्री और उनकी भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पाक साफ होती तो फिर अभी तक संदीप सिंह को मंत्री पद से हटा चुके होते। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस द्वारा छेड़छाड़ का मामला दर्ज करने के बावजूद आज तक आरोपी राज्य मंत्री को न तो अरेस्ट किया गया और न ही प्रदेश सरकार से उन्हें बर्खास्त किया गया। अब जब कोर्ट में चार्जशीट पेश हो चुकी है और पुलिस जांच में इन पर आरोप सही पाए गए हैं। चार्जशीट में पुलिस ने जिस तरह के कमेंट किए हैं, उसे देखते हुए संदीप सिंह से अभी तक मंत्री पद छीन लेना चाहिए था। इसके साथ ही पीडि़ता की जान को खतरा देखते हुए उन्हें केंद्रीय बलों की सुरक्षा दिलाई जानी चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस तरह के संगीन आरोप जूनियर महिला कोच ने संदीप सिंह पर खेल राज्य मंत्री रहते हुए लगाए थे, उनकी गंभीरता को देखते हुए उसी समय इन्हें मंत्री पद से हटा दिया जाना चाहिए था। लेकिन, मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार मंत्री को बचाने और पीड़िता को डराने में जुट गई। पीडि़ता को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने व तोड़ने के लिए कई बार साजिश रची गई, लेकिन वह मजबूती के साथ अन्याय के खिलाफ डटी रही। कुमारी सैलजा ने कहा कि इस प्रकरण में महिला सुरक्षा को लेकर भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का दोहरा चेहरा उजागर हो चुका है। पीडि़ता अपनी शिकायत वापस ले ले, इसलिए ही नौकरी से उसका निलंबन किया गया। पीडि़ता आरोप लगाती रही है कि पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद भी संदीप सिंह बतौर राज्य मंत्री अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए उन्हें प्रताड़ित करने की हर संभव कोशिश करता रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हरियाणा की जिस धरती से देश के प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था, आज वहां की बेटी अपने साथ घटी घटना को लेकर न्याय पाने का संघर्ष कर रही हैं। अपनी आवाज भाजपा और इसके नेताओं तक पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं। लेकिन, न तो भाजपा का कोई नेता कुछ बोल पा रहा है और न किसी ठोस कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं। इससे पता चलता है कि भाजपा की कथनी और करनी में कितना अंतर है। वरना, अब तक भाजपा आरोपी राज्य मंत्री पर कार्रवाई कर चुकी होती। Post navigation नहरी पानी चोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा : मुख्यमंत्री मनोहर लाल दिसंबर 2023 सत्रांत परीक्षाओं के लिए 30 सितम्बर तक भरे परीक्षा फार्म: डा धर्म पाल