आज रत्नदक्ष मन्दिर में प्रभु भोलेनाथ के रौद्र रूप में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक। कुरुक्षेत्र : महाभारतकालीन रत्नदक्ष चिटटा मन्दिर पिपली कुरुक्षेत्र में आज श्रावण के अंतिम सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और मन्दिर में पूजा अर्चना की। मन्दिर के महंत राम अवतार दास चेला ब्रह्मलीन महंत अरविंद दास ने बताया की रत्नदक्ष वह प्राचीन स्थल है जिनके दर्शन पूजा अर्चना के बिना धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की यात्रा भी पूरी नही होती। आज प्रभु भोलेनाथ का रौद्र रूप दर्शन श्रृंगार किया गया। इस स्थान पर आलौकिक शक्ति देखने को मिलती है और शुद्ध मन से की गई पूजा अर्चना से मनोकामना पूर्ण होती है।आज भारी भीड़ में महिलाओं ने भजन संध्या कीर्तन के साथ नृत्य भी किया। Post navigation साथ बैठ लिया प्रशिक्षण, अब साथ बैठ होगा शिक्षण, 8 दिवसीय बाल वाटिका कार्यशाला सम्पन्न पढ़ाई के साथ-साथ कौशल विकास बहुत जरूरी : कपिल मदान