निपुण हरियाणा मिशन के तहत हुआ आयोजन, 160 प्रतिभागी रहे मौजूद। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 28 अगस्त : सेक्टर 3 स्थित एमएस मोंटेसरी स्कूल में निपुण हरियाणा मिशन के तहत आयोजित 8 दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला सोमवार को सम्पन्न हुई। कार्यशाला का अनुभव प्रतिभागियों के लिए अनूठा रहा, क्योंकि कार्यशाला में कोई मंच, कुर्सी नहीं थी। सीखने व सिखाने वालों से लेकर अधिकारी तक जमीन पर बैठ एक साथ बाल वाटिका को पढ़ाने की रणनीति बनाई। कार्यशाला के दौरान कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभागियों से सीधा संवाद किया तो वो भी प्रतिभागियों के साथ जमीन पर बैठे। यहां तक कि उद्घाटन व समापन समारोह में भी कोई मंच या कुर्सी उपयोग नहीं की गई। समापन अवसर पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए और प्रशिक्षणार्थियों से उनके अनुभवों पर चर्चा की। प्रतिभागियों के कहना था कि साथ बैठ लिया प्रशिक्षण, अब कक्षा में साथ बैठ होगा शिक्षण। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने कहा कि बाल वाटिका पूर्व-प्राथमिक स्तर का एक खेल आधारित शिक्षण कार्यक्रम है। मुख्य रूप से इसका निर्माण पहली कक्षा से भी पूर्व की अवस्था वाले बच्चों के लिए किया गया है। इसके अंतर्गत बच्चों को खेल-खिलौनों से संबंधित गतिविधियों की सहायता से शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों व शिक्षक के बीच अनौपचारिक व मधुर संबंध बनाने के लिए शिक्षकों को उनके साथ बैठकर शैक्षिक गतिविधियों का संचालन करना चाहिए। जिससे बच्चा बिना संकोच अपनी योग्यता व सृजनात्मकता प्रकट व विकसित कर सके। उन्होंने बताया कि कार्यशाला का आयोजन यह नई शिक्षा नीति 2020 के तहत निपुण मिशन के तहत किया गया था। हरियाणा सरकार ने 30 जुलाई 2021 को निपुण हरियाणा मिशन लॉन्च किया। मिशन के तहत, हरियाणा यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न शैक्षणिक और शासन पहल कर रहा है कि सभी छात्र ग्रेड 3 तक एफएलएन सक्षम बन जाएं। डीईईओ विनोद कौशिक ने कार्यशाला के सफल आयोजन पर बधाई दी तथा प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सम्बंधित प्रमाणपत्र वितरित किए। कार्यशाला में लैंग्वेज लर्निंग फाउंडेशन के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। समापन अवसर पर उप जिला शिक्षा अधिकारी ज्योत्सना मिश्रा, एमएस मोंटेसरी स्कूल के डायरेक्टर अंशुमन, प्रिंसीपल ममता चौधरी, एफएलएन कोऑर्डिनेटर डॉ आशुतोष, संजय कौशिक, प्यारेलाल शर्मा, अनिल कपूर, सुदर्शन कुमार, अमित, पुष्पेंद्र अत्रि, प्रमोद आदि मौजूद थे। 400 से अधिक ले चुके प्रशिक्षण।जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने बाल वाटिका हेतु निपुण हरियाणा मिशन द्वारा आयोजित कार्यशाला में अब तक 400 से अधिक एबीआरसी व बीआरपी तथा अध्यापक प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला 10 अगस्त से 17 अगस्त तक सम्पन्न प्रथम बैच में 254 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण लिया तो आज सम्पन्न दूसरे बैच की कार्यशाला में 164 ने भाग लिया। लगभग 15 जिलों के प्रतिभागी कार्यशाला में भाग ले चुके हैं तथा शेष जिलों के लिए कार्यशाला का अंतिम बैच 31 अगस्त से सेक्टर 3 के एमएस मोंटेसरी स्कूल में शुरू होगा। कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त प्रतिभागियों द्वारा अपने-अपने जिलों के अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाना है। Post navigation मंत्रोच्चारण, शंख ध्वनि व पुष्प वर्षा के साथ हुआ श्री जयराम विद्यापीठ आश्रम में छात्राओं का स्वागत रत्नदक्ष चिट्टा मन्दिर में श्रावण के अंतिम सोमवार को उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़