बरसात में भीगते हुए भी अपनी मांगों के समर्थन में और सरकार के खिलाफ लगाए नारे 
आशा वर्कर्स को 26 हज़ार न्यूमतम वेतन देने की मांग 
 आशा वर्कर को कर्मचारी का दर्जा देकर पेंशन लागू की जाए 
हड़ताल के लंबा खींचने के साथ आशा वर्कर्स के हौंसले बुलंद 
हड़ताल के लंबा खींचने के साथ आशा वर्कर्स के हौंसले बुलंद 

फतह सिंह उजाला                                   

गुरुग्राम 23 अगस्त । आशा वर्कर्स यूनियन (सीटू) की हड़ताल के 16वे दिन गुरुग्राम जिले की सैंकड़ो वर्कर्स ने हड़ताल में भाग लिया। जिला प्रधान रानी ,जिला सचिव मीरा पूनम  ने सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश भर की 20 हज़ार आशा वर्कर न्यूनतम वेतन 26 हज़ार लागू करने। सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की पुरजोर मांग की गई है। ईएसआई व ईपीएफ का लाभ देने, रिटायरमेंट की उम्र 65 साल कर पेंशन के लाभ देने, ओन लाईन काम न करवाने की मांग को लेकर गत 8 अगस्त से हड़ताल पर है।   

मुख्यमंत्री बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व महिला शसक्तीकरण पर लंबे चौड़े भाषण तो देते है। परंतु बेटियों व महिलाओं की बात तक नही सुनते। सरकार की इस तानाशाही से वर्कर्स में सरकार के खिलाफ गुस्सा है। जिला प्रधान रानी और सीटू के जिला उपप्रधान आगे  मुख्यमंत्री को सचेत करते हुए कहा कि समय रहते मांगों का समाधान किया जाए वरना आशा वर्कर्स ने 2018 के इतिहास दोहराने की तैयारी कर ली है। उन्होने संयुक्त रुप से कहा कि जिला भर की आशा वर्कर्स के हौंसले बुलंद है। हड़ताल के साथ साथ बहरों को सुनाने के लिए वर्कर्स ने 28 अगस्त को विधानसभा कूच को सफल बनाने के लिए कमर कस ली है। विधानसभा कूच के लिए जनसम्पर्क अभियान को तेज करने के कमेटियों का गठन किया गया। यह कमेटियां वर्कर्स की मेम्बरशिप करते हुए विधान सभा कूच की तैयारिया करेंगी। इस मौके पर  उप प्रधान पिकी  सुदेश सन्तोष  ललिता पूनम रजनी अर्चना आदि आशाओं ने प्रदर्शन में भाग लिया।                                                                                                    

error: Content is protected !!