भाजपा के विरोध की आवाज अब भाजपाई ही उठाने लगे हैं और इस विरोध में भी साथ सता में गठबंधन की सहयोगी जेजेपी के लोग दे रहे हैं।
आरक्षित सीटों को कम करना सरकार की सोची समझी चाल है। और इस प्रदर्शन में सत्ता में बैठे लोगों का शामिल होना किसी गहरी साजिश का हिस्सा है, हो सकता है !

21/8/2023 :- ‘भाजपा के विरोध की आवाज अब भाजपाई ही उठाने लगे हैं और इस विरोध में भी साथ सता में गठबंधन की सहयोगी जेजेपी के लोग दे रहे हैं। अब ये खुद भाजपा वालों की जनता को भ्रमित करने के उद्देश्य से मिलीभगत वाली सोची समझी रणनीति है या फिर पार्टी की नीतियों का सार्वजनिक मंचों से विरोध करने वालों की निजी महत्वाकांक्षाएं ये तो वो जाने। लेकिन ये तो तय हो गया की अब भाजपा पार्टी का और उसकी नीतियों का विरोध उन्ही के लोग खुले मंचों से करने लगे हैं।’ उक्त बातें हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेटर सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही।

उन्होंने गुरुग्राम और मानेसर की नई वार्डबंदी में संवैधानिक नियमों की अनदेखी करते हुए सरकार द्वारा कम की गई आरक्षित सीटों पर वंचित तबके के फूटे गुस्से पर गुरुग्राम में निकाली गई विशाल आक्रोश रैली की सफलता पर बोलते हुए कहा कि इन आरक्षित सीटों को कम करना सरकार की सोची समझी चाल है। और इस प्रदर्शन में सत्ता में बैठे लोगों का शामिल होना किसी गहरी साजिश का हिस्सा है, हो सकता है वो सरकार के ही इशारे पर ऐसा कर रहे हों, जिससे वो लोगों को भ्रमित करके इस मुद्दे को हवा दिला सकें।

वर्मा ने कहा कि सरकार निगम के इन चुनावों को लोकसभा चुनावों से पहले कराने से डरी हुई है, क्योंकि वो जानती है की इन चुनावों में पार्टी की सुनिश्चित हार इनके लोकसभा और विधानसभा के चुनावों को भी ले बैठेगी। इसलिए सरकार जानबूझ कर निगम के वार्डों की सीट आरक्षण में गड़बड़ कर रही है ताकि प्रभावित समुदाय के लोग कोर्ट जाएं और चुनाव सरकार के चाहने तक लटक जाएं। उन्होंने बीजेपी सरकार को प्रजातंत्र की हत्यारी सरकार कहते हुए कहा की अपने इस डर की वजह से ही वो लोकसभा की रिक्त सीटों पर और गुरुग्राम, फरीदाबाद व मानेसर निगम के चुनाव नही कराके भारतीय संविधान और लोकतंत्र का गला घोंट रही है।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा की समाज में नफरत घोल कर वोटों के ध्रुवीकरण की राजनीति करने वाली बीजेपी निगम के वार्डों में आरक्षित सीटों को घटा कर स्थानीय भाईचारे को भी छिन्न – भिन्न करके इन्हें आपस में लड़ाने का काम कर रही है, क्योंकि सरकार अपने ही लोगों से वंचित तबके की इस आरक्षित वार्डों की संख्या बढ़ाने को किए जा रहे संघर्ष का विरोध कराएगी ताकि ये लोग आपस में लड़ें और सरकार अपने हित साध सके।

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