समस्त हरियाणा पुलिस का सरकार के खिलाफ हल्ला बोल 22 को

 ट्विटर पर हैशटैग बेसहारा हरियाणा पुलिस चलेगा अभियान 
सहारे की जरूरत है अब सहारे की, आखिर कौन बनेगा सहारा 
सरकार को जगाने के लिए हरियाणा पुलिस का अपनी तरह का आंदोलन
 अपनी मांगो के समर्थन में समस्त हरियाणा पुलिस का यह तीसरा अभियान 

 फतह सिंह उजाला                                     

गुरुग्राम 20 अगस्त । ना दिन, ना रात, ना चौराहा, ना बरसात, ना धूप, ना आंधी, न हीं कोई महामारी या फिर धरना प्रदर्शन अथवा वीआईपी ड्यूटी । जी हां 24 घंटे ड्यूटी 24 घंटे ड्यूटी 24 घंटे ड्यूटी। इतना सब होने के और करने के बाद जो खाकी धारी पुलिस कर्मी सुरक्षाकर्मी अनवरत अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं, कथित रूप से यह पुलिसकर्मी किसी भी प्रकार से अपनी मांगों को लेकर सार्वजनिक रूप से विरोध प्रदर्शन भी नहीं कर सकते । संभवत यही कारण रहा है कि सोई हुई सरकार को जगाने के लिए समस्त हरियाणा पुलिस के द्वारा 22 अगस्त मंगलवार को ऑनलाइन तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया गया है । 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस विरोध प्रदर्शन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गई । 22 अगस्त मंगलवार को ट्विटर पर हैशटैग के माध्यम से सोई हुई सरकार को जगाने के लिए अपनी-अपनी मांगों के समर्थन में जबरदस्त तरीके से अभियान चलाते हुए प्रदर्शन किया जाएगा । इस संदर्भ में पुलिस कर्मियों के द्वारा अपना वेतनमान, रिस्क अलाउंस, राशन भत्ता, कैशलेस सुविधा व अन्य प्रकार की मांगे शामिल है । 

 इन मांगों के समर्थन में जानकारी देते हुए सूत्रों के द्वारा बताया गया है कि हरियाणा पुलिस के सिपाही का बेसिक वेतनमान 21700 है, यह बढ़ाकर सरकार को 49400 करना चाहिए । रिस्क अलाउंस, किसी खूंखार अपराधी को पकड़ना, पीछा करना या फिर जोखिम वाले कार्य के लिए किसी प्रकार का शारीरिक नुकसान इत्यादि होने पर या अन्य नुकसान होने पर रिस्क एलाउंस 5000 से बढ़ाकर 10000 किया जाए। इसी प्रकार से कहा गया है कि राशन भत्ता 600 मासिक से बढ़ाकर 4000 प्रतिमाह किया जाए । जब भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी अपने होम स्टेशन से किसी दूसरे स्टेशन पर या जिला में लगती है , तो ऐसे में उनको खाना के लिए केवल मात्र 600 मासिक ही उपलब्ध होते हैं । आज के महंगाई के दौर में 600 में महीना भर राशन खाना या पेट भरना संभव ही नहीं है।   

 इसी प्रकार से समस्त हरियाणा पुलिस की मांग है की यात्रा भत्ता 5000 वेतन के साथ ही भुगतान का सुनिश्चित किया जाए।  पुलिस सूत्रों का कहना है कि वर्दी भत्ता और अन्य भक्तों को केंद्र की तर्ज पर हरियाणा में लागू किया जाए । मेडिकल कैशलेस सुविधा पुलिसकर्मियों के पहचान पत्र के आधार पर ही सभी पैनल्ड और अन्पैनल अस्पतालों में लागू किया जाए । सबसे महत्वपूर्ण मांग यह बताई गई है कि किसी भी मामले की जांच करने वाले अधिकारी जांच अधिकारी अथवा आईओ की फाइलों की संख्या निर्धारित की जाए । मंगलवार को समस्त हरियाणा पुलिस द्वारा चलाए जाने वाले हैशटैग आंदोलन के लिए कहा गया है कि हरियाणा पुलिस मांगे अपना हक। प्रशासन क्यों अनजान है, पुलिस भी इंसान हैं।

             

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