चंडीगढ़, 14 अगस्त- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) ने कर्मयोगी हरियाणा मिशन प्रशिक्षण की शुरुआत करने का अग्रणी प्रयास किया है। इसका उद्देश्य 3.3  लाख से अधिक कर्मचारियों व अधिकारियों को नैतिक और उत्तरदायी प्रशिक्षण प्रदान करके राज्य में बेहतर शासन की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।          

श्री कौशल ने आज  हिपा की 75वी कार्यकारी परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह मिशन प्रशिक्षण के तीन मूलभूत उद्देश्यों पर आधारित है, जिसमें अधिकारियों को अपनी प्रतिभा और संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता अपनाने के लिए प्रेरित करना, सरकारी अधिकारियों के बीच जवाबदेही की भावना को बल देना व सरकारी अधिकारियों के उनके योगदान और भूमिका पर गर्व होना शामिल है।

श्री कौशल ने कहा कि कर्मयोगी हरियाणा मिशन प्रशिक्षण सरकारी अधिकारियों के कार्य में नैतिकता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का अग्रणी प्रयास है और यह पूरे देश में कार्य की जवाबदेही की मिसाल कायम करेगा। इससे सरकारी कार्य क्षमता में उतरदायी शासन के नए युग की शुरूआत होगी।        

 श्री कौशल ने कहा कि प्रशिक्षण की तैयारी 4 सितम्बर को मास्टर ट्रेनर्स के साथ शुरू होगी। मास्टर ट्रेनर्स समूह 5 सितंबर, 2023 शिक्षक दिवस तक  आवश्यक कौशल और ज्ञान से सुसज्जित होगा। यह कुशल मास्टर ट्रेनर जिला अधिकारियों को 7 सितम्बर से प्रशिक्षण देने के लिए मिशन पर निकलेंगे।

उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि कर्मयोगी हरियाणा मिशन की जड़ें भारतीय दर्शन और महाकाव्यों के गहन सिद्धांतों से जुड़ी हैं।  मिशन का सार अधिकारियों व कर्मचारियों को कर्मयोगियों के दायरे में लाने का सशक्त प्रयास  है, जो सेवा की गहन भावना (सेवाभाव) से प्रेरित हैं।  यह  नियम-केंद्रित भूमिकाओं पर आधारित दृष्टिकोण में बदलाव की परिवर्तनकारी पहल की कल्पना है, जो व्यक्तिगत रूप से आत्म-मूल्य, विविधता और अंतर्निहित अधिकारों के प्रति आस्था को बढ़ाती है।

उन्होंने कहा कि आईआईटी, आईआईएम, लोक प्रशासन सहित विभिन्न क्षेत्रों की उल्लेखनीय हस्तियों, योग गुरूओं ने सहयोगात्मक रूप से मिशन की रूपरेखा बनाई है। प्रशिक्षण मॉड्यूल का उद्देश्य अधिकारियों के आंतरिक क्षमता को मजबूत करना, सकारात्मक परिवर्तन को बढ़ावा देना और समग्र क्षमता, व्यावसायिकता और नैतिक व्यवहार पर ध्यान देने के साथ-साथ नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाना है।        

 हिपा की महानिदेशक, सुश्री चंद्रलेखा मुखर्जी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्रभावशाली बनाने के लिए एक व्यापक प्रशिक्षण रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह मूल्यांकन के निष्कर्षों की एकीकृत रिपोर्ट होगी, जो एक थर्ड पार्टी द्वारा तैयार की जाएगी। प्रशिक्षण की प्रमुख सामग्री प्रख्यात वक्ताओं के संदेशों को समाहित करने के लिए 3-5 मिनट की वीडियो क्लिप भी बनाई जाएंगी।  क्लिप को व्हाट्सएप के माध्यम से साझा किया जाएगा, जो प्रशिक्षण के बाद के सुझाव के रूप में काम करेगा।

नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों को समाहित करने वाली एक द्विभाषी पुस्तिका हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।

मास्टर प्रशिक्षकों को दो दिनों तक चलने वाली कठोर प्रशिक्षण प्रक्रिया से गुजरना होगा। प्रशिक्षण तीन प्रमुख स्थानों  हिपा, पंचकूला और एचपीए मधुबन मे आयोजित किया जाएगा जिसके पाठ्यक्रम में तीन मॉड्यूल शामिल होंगे और ई-प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा।  जिला स्तर पर वास्तविक समय प्रगति की निगरानी के लिए एक उन्नत डैशबोर्ड स्थापित किया जाएगा।  इसके अतिरिक्त, विभिन्न जिला प्रशिक्षण केंद्रों से तकनीकी सहायता के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन स्थापित की जाएगी।

कर्मयोगी हरियाणा मिशन का शुभारंभ राज्य के प्रति नैतिक और उत्तरदायी शासन प्रतिबद्धता की शुरुआत है।  कार्यक्रम का दूसरा चरण से राज्य भर में सिविल सेवकों की क्षमताओं  में और वृद्धि होगी।  उन्होंने कहा कि सामूहिक समर्पण और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से, मिशन कर्मयोगी हरियाणा का लक्ष्य पूरे देश के लिए एक उल्लेखनीय मिसाल कायम करते हुए, हरियाणा में शासन को बदलना है।