नेक नियति का होता है सम्मान: पीके अग्रवाल

सेवानिवृत्ति सम्मान परेड में सशस्त्र टुकड़ी ने दी डीजीपी हरियाणा को सलामी

चंडीगढ़ 14 अगस्त – नेक नियति और स्पष्टवादिता का हमेशा सम्मान होता है।  यह उद्गार हरियाणा पुलिस के महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल ने व्यक्त किए। वे हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में आयोजित विदाई सम्मान परेड समारोह को संबोधित कर रहे थे।

 मुख्य अतिथि अग्रवाल 35 वर्ष के सफल सेवाकाल के बाद 15 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने विदाई सम्मान परेड का निरीक्षण किया व सलामी ली। मुख्य अतिथि को परंपरा का निर्वाह करते हुए फूलों से सुसज्जित खुली जिप्सी में पुष्प वर्षा करते हुए सम्मानपूर्वक मधुबन से प्रस्थान कराया गया।

श्री अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि एक पुलिस अधिकारी की सबसे बड़ी शक्ति उसकी विश्वसनीयता और उसकी नेक नियती है। जिस अधिकारी के पास ये गुण हैं, वह बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2 वर्षों तक हरियाणा पुलिस का नेतृत्व करना उनके लिए अत्यंत सौभाग्य और गर्व का विषय है। उन्होंने विश्वास के साथ कहा कि उन्हें सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ है, इसके लिए वो आभारी है। उन्होंने अपने अनुभव से कहा कि हरियाणा पुलिस, अपराध अनुसंधान, कानून एवं व्यवस्था, खेल के मैदान और मानवीय मूल्यों पर खरा उतरने जैसे किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम है।

उन्होंने हरियाणा पुलिस के हित के लिए प्रस्तावों को उदारता के साथ स्वीकार करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया। इन प्रस्तावों में कर्मचारियों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, दुर्घटना बीमा कवर में एक करोड़ तक की आर्थिक सहायता राशि, मोबाइल फोन भत्ता, थाना मुंशी के लिए तीन हजार रूपये प्रति माह अतिथ्य सत्कार हेतु राशि, सभी पुलिसकर्मियों को अधिकतम 20 दैनिक भत्ते का प्रावधान, सीआइडी व एसटीएफ कर्मी के लिए मूल वेतन का 10 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस बल का मनोबल बढ़ाने के लिए तीन राज्य स्तरीय पदक क्रमशः मुख्यमंत्री वीरता पदक, गृहमंत्री उत्कृृष्ट अन्वेषण पदक तथा पुलिस महानिदेशक उत्तम सेवा पदक आरंभ करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कनाडा में आयोजित वल्र्ड पुलिस एवं फायर गेम्स 2023, में पदक विजेता रहे, हरियाणा पुलिस के खिलाडियों को भी प्रशस्ति पत्र व नगद ईनाम प्रदान कर सम्मानित किया।

हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव ने डीजीपी अग्रवाल व उनकी पत्नी श्रीमती कल्पना अग्रवाल के साथ आए अन्य अतिथियों का स्वागत किया और डीजीपी अग्रवाल के सेवाकाल की उपलब्धियों के बारे में बताया।

 उन्होंने कहा कि डीजीपी अग्रवाल 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इन्होंने पुलिस अधीक्षक के रूप में सिरसा, करनाल, रोहतक जिला की कमान संभाली। वे डीआइजी सुरक्षा, डीआइजी इंटेलिजेंस, आइजीपी फरीदाबाद, पुलिस आयुक्त फरीदाबाद, आइजीपी सीआईडी, आइजीपी एचएचआरसी, एडीजीपी मुख्यालय, डीजीपी राज्य अपराध शाखा, डीजीपी राज्य सतर्कता ब्यूरो (वर्तमान में एंटी क्रप्शन ब्यूरो) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी अपनी कार्यशैली की छाप छोड़ी है। उन्होंने डीजीपी अग्रवाल को स्मृति स्वरूप स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।

हरियाणा पुलिस अकादमी के पुलिस उप-महानिरीक्षक डॉ अरूण सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर हरियाणा कारागार के डीजीपी मोहम्मद अकिल, सीआइडी के एडीजीपी आलोक मित्तल, कानून एवं व्यवस्था की एडीजीपी ममता सिंह, दक्षिण मण्डल रेवाड़ी के एडीजीपी डॉ एम रवि किरण, आइजीपी (आधुनिकीकरण) अमिताभ सिंह ढिल्लों, आइजीपी (प्रशासन) संजय कुमार, आइजीपी (सुरक्षा) सौरभ सिंह, आइजीपी (ट्रैफिक) हरदीप सिंह दून, अम्बाला मण्डल के आइजीपी शिवास कविराज, रोहतक मण्डल के आइजीपी राकेश आर्य, करनाल मण्डल के आइजीपी सतेन्द्र गुप्ता, सोनीपत के पुलिस आयुक्त सतीश बालन, आइजीपी मनीष चैधरी तथा डीजीपी अग्रवाल के परिवार के सदस्य, उनके मित्र, अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे। परेड की कमान डीएसपी विजय कुमार ने की।

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