करनाल जिला के गांव जैनपुर सधान में जन संवाद कार्यक्रम सेे 21वें दिन की हुई शुरुआत

चंडीगढ़ , 13 अगस्त -हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अपने जन संवाद कार्यक्रम के 21वें दिन की शुरूआत आज करनाल जिले के गांव जैनपुर सधान से की।

 इस अवसर पर उन्होंने लोगों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कहा कि पिछले करीब साढ़े 8 वर्षों में वर्तमान सरकार ने पिछली कांग्रेस सरकार की तुलना में दोगुने कार्य किए हैं और वे भी आधे बजट में। हमने भ्रष्टाचार रहित व बिना भेदभाव व पारदर्शी तरीके से कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम करने का उद्देश्य समझाते हुए बताया कि आमने-सामने मिलकर लोगों की समस्याएं सुनना है। उन्होंने इस मौके पर राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न पहलों का जिक्र करते हुए कहा कि परिवार पहचान पत्र के माध्यम से प्रदेश के हर परिवार के सदस्य का डाटा सरकार के पास उपलब्ध है। इसका सबसे बड़ा लाभ सरकारी योजनाओं का फायदा आमजन तक पहुँचाने में होगा। गांव में विकास कार्यों के लिए ग्रांट भी गांव की जनसंख्या के आधार पर जारी की जाएगी। भविष्य में विकास कार्यों के लिए गांव में प्रति व्यक्ति 2 हजार रुपये ग्रांट मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सरपंचों से अनुरोध किया कि वह हर परिवार की फैमिली आईडी अवश्य बनवाएं।

 सर्वप्रथम मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों को रैडक्रॉस द्वारा उपलब्ध करवाई गई ट्राईसाईकिल वितरित की।  उन्होंने महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। क्योंकि स्वयं सहायता समूह को मात्र एक प्रतिशत की ब्याज दर पर 1 लाख से 20 लाख रुपये तक ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।

आयुष्मान भारत योजना लोगों के लिए बनी है वरदान

सीएम ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पहले प्रदेश के साढ़े 15 लाख परिवारों के कार्ड बने थे जो 5 लाख रुपये तक का ईलाज सरकारी व प्राईवेट अस्पतालों में करवा सकते थे। अब 15 अगस्त से इसका दायरा 1 लाख 80 हजार रुपये से बढाकर 3 लाख रुपये करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए पोर्टल 15 अगस्त से खोला जायेगा जो 15 सितम्बर तक ही खुला रहेगा।

पोर्टल है तभी तो लोगों को घर बैठे मिल रही है सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ विपक्षी नेता कहते हैं कि यह तो पोर्टल की सरकार है। हम भी गर्व से कहते हैं कि हां यह तो पोर्टल की सरकार है। तभी तो आईटी के सहयोग से ऑटोमैटिक बुढ़ापा पेंशन, किसानों के खाते में मुआवजा, फसल बिक्री का पैसा , बच्चों की स्कॉलरशिप तथा मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना की राशि सीधा लाभार्थियों के खाते में जा रही है।

बुजुर्गों की पेंशन तत्काल बनवाई मुख्यमंत्री ने

कार्यक्रम के दौरान एक लक्ष्मी नाम की महिला ने मुख्यमंत्री के समक्ष जब वृद्धावस्था पेंशन न बनने की बात कही तो मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों की उम्र 60 वर्ष हो गई है और पेंशन नहीं बनी है, तो ऐसे लोग मंच के पीछे पेंशन बनाने के लिए बने काउंटर पर चले जाएं और पेंशन बनवा लें। कुछ समय बाद जब मुख्यमंत्री ने उसी मंच से लाभार्थियों को पेंशन के प्रमाण-पत्र दिए तो ख़ुशी से उनके चेहरों की चमक देखने लायक़ थी।

सामाजिक सरोकार को भी नहीं भूले मुख्यमंत्री

कार्यक्रम के दौरान धनौरा गांव की सरपंच कविता ने गांव में व्यायामशाला बनाने की बात कही और कहा कि वे उनके गांव निंदाना की बेटी हैं। तब मुख्यमंत्री ने मंच से उठकर कविता को शगुन के रूप में 500 रुपये दिए।

इस अवसर पर इंद्री के विधायक श्री रामकुमार कश्यप, ओएसडी श्री जवाहर यादव समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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