·        हरियाणा में 3 गुना तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी पर अंकुश लगाने की बजाय सरकार में बैठे लोग अब अपनी ही केंद्र सरकार के आंकड़ों को झूठा बता रहे हैं – दीपेन्द्र हुड्डा  

·        अब तक तो हरियाणा सरकार CMIE के आंकड़ों को प्राइवेट एजेंसी के आँकडे कह कर नकार देती थी, लेकिन संसद में सरकार के आंकड़ों को किस आधार पर नकार रही है– दीपेन्द्र हुड्डा

चंडीगढ़, 22 जुलाई। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज कहा कि बेरोजगारी पर भारत सरकार के आंकड़ों को नकारने वाले मुख्यमंत्री बताएं क्या संसद में मोदी सरकार झूठ बोल रही है? उन्होंने कहा कि अब तक तो हरियाणा सरकार CMIE के आंकड़ों को ये कह कर नकारती रही है कि ये प्राइवेट एजेंसी के आँकडे हैं लेकिन अब भारत सरकार द्वारा संसद में दिए गए आंकड़ों को वो किस आधार पर नकार रही है। संसद में केंद्र सरकार ने साफ तौर पर माना है कि हरियाणा में बेरोजगारी बढ़ने की गति 3 गुना से भी ज्यादा है।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय के लोग जिस परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के आंकड़ों के आधार पर प्रदेश में बेरोज़गारी का आकलन कर रहे हैं वो आंकड़े खुद ही त्रुटिपूर्ण हैं और पीपीपी को लेकर पूरे प्रदेश के लोगों में नाराजगी है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की सरकार सबसे नकारा सरकार है। उसकी गलत नीतियों के चलते हरियाणा के घर घर में बेरोजगार नौजवानों की फौज खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी से हताशा निराशा बढ़ती है और हताशा से युवा नशे और अपराध के दलदल में फँसते हैं और गैर-कानूनी तरीकों से विदेशों की तरफ पलायन की करने को मजबूर होते हैं।

उन्होंने हरियाणा के युवाओं से अपील करी कि वो अपने अंदर निराशा – हताशा का भाव न आने दें। हरियाणा में बदलाव तय है आने वाले समय में प्रदेश में एक बार फिर कॉंग्रेस सरकार बनेगी और प्रदेश खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।