-विकसित हो रहे शहरों में वेस्ट प्रबंधन एक बड़ी समस्या, लोगों का इसके प्रति जागरूकता होना जरूरी: डीसी गुरुग्राम, 20 जुलाई। डीसी निशांत कुमार यादव ने वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़ी परेशानियों के समाधान और वेस्ट डंपिंग एवं कचरा जलाने की समस्या को कम करने के उद्देश्य से वीरवार को गुरुग्राम में ईको-ग्राम वेस्ट मैनेजमेंट संयंत्र का उद्घाटन किया। सूखे व गीले कचरे को केमिकल के द्वारा बायोगैस में परिवर्तित करने का यह संयंत्र ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) द्वारा विकसित किया गया है। डीसी निशांत कुमार यादव ने ईको-ग्राम वेस्ट मैनेजमेंट संयंत्र व हुंडई संस्था द्वारा गांव हरियाहेड़ा, पलासोली व ताजनगर में विकसित किए गए अमृत सरोवरों का उद्घाटन करने उपरांत अपने संबोधन में कहा कि आधुनिकता के साथ विकसित हो रहे शहरों में वेस्ट प्रबंधन एक बड़ी समस्या रही है। रोजाना देश के बड़े शहरों से हजारों टन गार्बेज निकलता है। इससे न सिर्फ प्रदूषण बढ़ता जा रहा है बल्कि जगह-जगह कूड़े के पहाड़ भी नजर आने लगे हैं। ऐसे गुरुग्राम में स्थापित यह पहला बायोगैस प्लांट निश्चित रूप शहर के वेस्ट मैनेजमेंट में एक सार्थक बदलाव का कारक बनेगा। डीसी ने आमजन से आह्नवन किया कि वे अपने घरों से कूड़े के निस्तारण से पूर्व गीला व सूखा कूड़ा जरूर अलग कर लें। डीसी ने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में गंभीर प्रयासों के तहत जिला में अभी तक कुल 80 अमृत सरोवरों का काम पूरा हो चुका है। इसी क्रम में ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन द्वारा विकसित किये गये तीन अमृत सरोवर अन्य संस्थानों को भी इस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे। उन्होंने बताया गुरुजल सोसायटी के सहयोग से सोहना के हरियाहेड़ा, पटौदी के पलासोली और फर्रुखनगर ब्लॉक के ताजनगर में इन तालाबों का पुनर्भरण किया गया है। ये तीन तालाब संयुक्त रूप से भूजल में 9.3 करोड़ लीटर की वृद्धि करेंगे, साथ ही इनकी मदद से 26 करोड़ लीटर पानी को स्वच्छ किया जा सकेगा। इसके साथ-साथ इन तालाबों के आसपास 450 से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए गए हैं, जो 2500 टन कार्बन डाई ऑक्साइड को कम करने और 84 टन ऑक्सीजन उत्पादन में सहायक होंगे। कार्यक्रम के दौरान हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष बोधराज सीकरी ने कहा कि प्रकृति हमारे जीवन का आधार है। ऐसे में हम सभी को हमारी आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के दिशा में कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे व जल मानव जीवन के लिए अति आवश्यक हैं। हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है कि अपने घरों और आस पड़ोस के खाली पजमीनों पर पौधा अवश्य लगाए जिससे कि पर्यावरण दूषित होने से बचे और आमजन को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम में एचएमआईएल के एवीपी एवं वर्टिकल हेड, कॉरपोरेट अफेयर्स पुनीत आनंद ने कहा, ईको-ग्राम प्रोजेक्ट शहर के वेस्ट मैनेजमेंट व कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे शहर में लैंडफिल जैसी समस्याओं का समाधान भी होगा। उन्होंने बताया कि इस संयंत्र से प्रति माह 25 टन वेस्ट का निस्तारण किया जा सकेगा। साथ ही हर महीने 2500 किलोवाट पावर जेनेरेट की जा सकेगी। इस अवसर पर जीएमडीए के एडिशनल सीईओ सुभाष यादव, हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के एडिशनल सीईओ गौरव सिंह, हुंडई मोटर्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर(कॉर्पोरेट अफेयर्स) डी. एस किम, गुरुजल सोसाइटी की निदेशक शुभी केसरवानी सहित साहस एनजीओ के पदाधिकारी उपस्थित रहे। Post navigation 24×7 जल आपूर्ति परियोजना से वितरण में असमानता को दूर करने में मिलेगी मदद पर्यावरण का संरक्षण करना भी हो हमारा धर्म: नवीन गोयल