मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हिस्सा लेते हुए प्रदेश को नशामुक्त बनाने का संकल्प दोहराया 

नशीले पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर हुआ क्षेत्रीय सम्मेलन

चंडीगढ़,  17 जुलाई- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में नशे को रोकने के लिए देश के राज्यों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए नशे पर पूर्ण रोकथाम लगाने के निर्देश दिए। 

सोनीपत में वीडियो कांफ्रेंस में शामिल हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश को नशा मुक्त बनाने का संकल्प दोहराया

वीडियो  कांफ्रेंस के जरिए आयोजित इस क्षेत्रीय सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा पुलिस महानिदेशकों ने हिस्सा लिया। गृहमंत्री अमित शाह से मिले निर्देशों की अनुपालना के संकल्प के साथ नशे के विरूद्ध मुहिम को तीव्रता प्रदान करने पर बल मिला।

टोल फ्री एंटीड्रग हेल्पलाईन नंबर 9050891508 शुरू

मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस में हरियाणा के नूंह जिले में नशे का कारोबार को खत्म करने की भी जानकारी देते हुए बताया कि 500 पुलिस कर्मियों ने नूंह में नशे के व्यापारियों को काबू किया और नशे के बड़े नेटवर्क को तोड़ा है। उन्होंने कहा कि बार्डर पर बसे गांवों में विशेष रूप से नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में नशा मुक्ति व पुनर्वास के लिए ग्राम व वार्ड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक मिशन टीमों का गठन किया गया है, जिसमें गांव के सरपंच, संत समाज सहित अन्य मौजिज व्यक्तियों को शामिल किया गया है ताकि हरियाणा को नशामुक्त बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नशा पीड़ितों की मदद करने के लिए अपने क्षेत्र में ड्रग पैडलिंग की गतिविधियों के बारे में जनता से जानकारी एकत्र करने के लिए टोल फ्री एंटी-ड्रग हेल्पलाईन नंबर 9050891508 भी शुरू किया गया है। इस नम्बर का भरपूर प्रयोग किया जा रहा हैं। इस नम्बर पर अब तक 5542 कॉल आई जो नशा पीड़ितों की सहायता करने और सप्लाई चैन को तोड़ने के लिए उपयोगी सिद्व हो रहा है। 

नशे के कारोबार से जुड़े 71 व्यक्तियों की 46 करोड़ रुपए की सम्पति अटैच

मुख्यमंत्री ने बताया कि गत वर्ष के दौरान राज्य में 3824 एफआईआर दर्ज कर 6000 व्यक्तियों को गिरफतार किया गया। इनमें 10 नाईजीरिया के सप्लायर भी शामिल है। इसके अलावा नशे के कारोबार से जुड़े 71 व्यक्तियों की 46 करोड़ रुपए की सम्पति अटैच की गई है। उन्होंने कहा कि 40 स्नीफर डॉग को ट्रेनिंग करवाई गई है। एनडीपीएस एक्ट को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के लिए लीगल एडवाईजर की सहायता ली जा रही है। राज्य में एफएसएल की भी ट्रेनिंग करवाई गई है और 8 नई एफएसएल बनाई गई है जिनमें से सिरसा में एफएसएल ने कार्य करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि स्टेट एक्शन प्लान बनाकर सर्वे करवाया जा रहा है जिसमें नशे से पीड़ितों के अभिभावकों को भी शामिल किया जा रहा है। इसके अलावा दोषियों को पकड़ने के लिए सोफ्टवेयर तैयार किया गया है। राज्य में 52 नशामुक्ति केन्द्र चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी, हिसार व अम्बाला में 9 करोड़ रुपए के मादक पदार्थो को नष्ट किया गया जबकि पूर्व में भी 100 करोड़ के मादक पदार्थो को नष्ट किया गया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि नशे के उद्देश्य से उपयोग की जाने वाली दवाओं की अवैध बिक्री को रोकने के लिए हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग द्वारा राज्य के सभी केमिस्ट स्टोर के लिए एक मोबाइल एप साथी तैयार किया गया है। इस ऐप के लागू होने के बाद व्यसन के लिए उपयोग की जाने वाली ऐसी कोई दवा केमिस्ट द्वारा बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं बेची जा सकती। इसके अलावा नशे के प्रति प्रदेश के युवाओं को जागरूक करने के लिए राहगिरी कार्यक्रम भी शुरू किया गया है, जिसके तहत अनेक गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

इस वीडियो कांफ्रेंस में चण्डीगढ से मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग श्री टी वी एस एन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक श्री पी के अग्रवाल, एडीजीपी सीआईडी श्री आलोक मित्तल, आईजीपी लॉ एण्ड ऑर्डर संजय राय सहित कई वरिष्ठ अधिकारी क्षेत्रीय सम्मेलन से जुड़े।

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