–स्वरोजगार के लिए आने वाले ऋण आवेदनों का प्राथमिकता के साथ निपटान करें बैंक : एडीसी –संस्थान ने वित्त वर्ष 2022-23 की अंतिम तिमाही में प्रशिक्षण प्राप्त 140 प्रशिक्षुओं के स्वरोजगार शुरू करवाए गुरूग्राम, 23 जून। ग्रामीण विकास एवं स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (रूडसेट) की जिला स्तरीय रूडसेटी परामर्श समिति की 132वीं बैठक शुक्रवार को एडीसी हितेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में बताया गया कि वित्त वर्ष 2022-23 की अंतिम तिमाही में 06 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसके माध्यम से 189 बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार के लायक बनाया गया व 140 प्रशिक्षुओं के स्वरोजगार भी शुरू करवाए गए। इस दौरान पूरे वित्त वर्ष में 750 के लक्ष्य की तुलना में 762 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया। एडीसी ने बैठक में रुड़सेट संस्थान के निदेशक निर्मल यादव से विस्तृत रिपोर्ट लेने उपरान्त कहा कि सभी संबंधित अधिकारी स्वंय सहायता समूहों(एसएचजी) व सफल उद्यमियों की सफलता की कहानी प्रचार के विभिन्न माध्यमों से आमजन के बीच लेकर जाएं ताकि अन्य लोगों को प्रेरित करने के साथ ही उन्हें स्वावलंबी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि आपके ऐसा करने से कौशल विकास के माध्यम से स्वरोजगार की चाह रखने वाले लोगों को प्रेरणा मिलेगी और वे जिला प्रशासन द्वारा करवाए जा रहे निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़ते हुए इनका लाभ उठा सकेंगे। एडीसी ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से अगस्त माह में सरस मेले की तर्ज पर जिला स्तर पर व्यापार मेला आयोजित किया जाएगा। जिसके माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उत्पादों को मार्केटिंग के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। एडीसी ने इस दौरान बैठक में उपस्थित विभिन्न बैंकर्स को निर्देश दिए कि वे उनके संस्थान में स्वरोजगार के लिए आने वाले ऋण आवेदनों को प्राथमिकता के साथ निपटान करें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षणार्थियों को बैंको द्वारा अलग-अलग योजनाओं के तहत दिए जाने वाले ऋणों से भी जोड़ा जाए ताकि वे आजीविका के साधन जुटा सकें। बैठक में रुड़सेट संस्थान गुरुग्राम के निदेशक निर्मल यादव ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में संस्थान की ओर से 124 प्रशिक्षु के आवेदन कैनरा बैंक को भेजे गये थे। जिसमें से 106 प्रशिक्षुओ को केनरा बैंक के माध्यम 22 लाख 15 हजार की वित्तीय सहायता दिलवाई जा चुकी है। इस दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए जिला के विभिन्न स्थानों पर 55 जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे। निर्मल यादव ने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में कुल 25 प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से 750 लोगों को प्रशिक्षण देने व उनमें से 525 को उनका स्वरोजगार स्थापित करवाने का लक्ष्य है। जिसमें मुख्य रूप से साफ्ट ट्वाय मेकर, सेलर, रेफ्रिजरेशन, एयर कंडीशनिग, डेयरी फार्मिंग व वर्मी कंपोस्ट मेकिग का प्रशिक्षण दिया जाएगा है। उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी जून माह के अंत तक ब्यूटी पार्लर प्रबंधन, वीमेन टेलर, कंप्यूटराइज्ड एकाउंटिंग, जूट प्रोडक्ट उद्यमी के ट्रैनिंग प्रोग्राम पूरे हो चुके हैं। इस अवसर पर अग्रणी जिला प्रबंधक अशोक कुमार जुलाहा, आरसेटी से स्टेट डायरेक्टर पी.के गंभीर, नाबार्ड से विनय कुमार त्रिपाठी, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। Post navigation पब/बार, होटेल्स/रेस्टोरेंट्स के मालिको/संचालकों के साथ मीटिंग करके दिए उचित आदेश/दिशा-निर्देश जनता जानना चाहे— मानेसर निगम पर 10 नवंबर 2022 को सीएम फ्लाइंग और विजिलेंस के छापे में क्या मिला ?