शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक सुख व आध्यात्मिक प्रगति के लिए योग महत्वपूर्ण : बोधराज सीकरी

गुरुग्राम। पंजाबी बिरादरी महा संगठन, ओ३म् योग संस्थान शाखा (गुरुग्राम), जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल और दैनिक जागरण के संयुक्त तत्वावधान में नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 7 एक्सटेंशन के प्रांगण में “ निःशुल्क संगीतमय योग एवं ध्यान साधना” शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की शुरुआत में फरीदाबाद से आए माननीय रामवीर आर्य प्रभाकर एवं राशि ने प्रभु भजनों से समां बांध दिया।

इस शिविर के तीसरे दिन भी बडी़ संख्या में स्वास्थ्य प्रेमियों व योग साधकों को परम श्रद्धेय योगीराज ओमप्रकाश महाराज जी ने मोटापा और वजन कम करने के लिए विभिन्न योगिक क्रियाओं, योगासनों, प्राणायाम तथा बंध व मुद्राओं की विधा को बारीकी से समझाया। मंत्रोच्चारण के पश्चात योगीराज महाराज ने संगीत की विशेष धुनों के साथ कपालभाति एवं अग्निसार क्रिया का अभ्यास कराया। इसके बाद स्वरचित गीत ‘प्राणायाम के करने से मन भी रुक जाता है’ के साथ भस्त्रिका प्राणायाम, सूर्यभेदी प्राणायाम, दीर्घ प्राणायाम (श्वसन), अनुलोम विलोम प्राणायाम, भ्रमरी प्राणायाम एवं ओंकार प्राणायाम का अभ्यास कराया। तत्पश्चात योगीराज महाराज ने मोटापा, मेद व वजन कम करने तथा उदर रोगों को ठीक करने हेतु विशेष यौगिक क्रियाओं जैसे नौका चालन, साइकिल चालन, पेट के बल लोटपोट होना आदि का अभ्यास कराया। मोटापा कम करने हेतु संगीत की धुनों के साथ प्रातः काल की शुभ बेला में सूर्य नमस्कार एवं भूमि नमस्कार का भी अभ्यास योगीराज महाराज ने कराया, जिसे लोगों ने बड़ी तल्लीनता के साथ किया।

उन्होंने बताया कि व्यक्ति के शरीर में हर व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अलग-अलग तंत्र व संस्थान का निर्माण हुआ है इसी में से सबसे महत्वपूर्ण संस्थान पाचन तंत्र माना जाता है यह हमारे शरीर का सबसे बड़ा तंत्र है जिसमें मुख से लेकर गुदा प्रवेश तक अनेकों अंग प्रत्यंग शामिल होते हैं। यदि हमारा खान-पान दैनिक जीवन चर्या सही ना हो तो शरीर में मेद की वृद्धि हो जाती है जिसके कारण मोटापा बढ़ जाता है और वजन के बढ़ जाने से शरीर स्वयं ही का बोझ नहीं उठा पाता और रोगी हो जाता है उन्होंने बताया कि अधिक खट्टा, तीखा, मसालेदार, ठंडा , गर्म भोजन, बार-बार खाना, पानी नहीं पीना, अधिक कोल्ड ड्रिंक, मदिरापान, मांसाहार, असमयानुसार भोजन करना जैसे कारणों से व्यक्ति का पेट खराब होता है और कब्ज की समस्या पैदा होकर मोटापा तथा वजन बढ़ जाता है। आजकल फास्ट फूड व कोल्ड ड्रिंक के प्रचलन के कारण भी व योग तथा व्यायाम न करने के कारण मोटापा और वजन बढ़ जाता है जिससे हम अनेक प्रकार के उदर रोगों से ग्रसित हो जाते हैं अतः हमें खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। चोकर वाले आटे की रोटियां तथा श्री अन्न जैसे जौ चना बाजरा मक्का रागी आदि का ही सेवन करना चाहिए। मोटापे से ग्रसित लोगों को प्रातः काल खाली पेट गर्म पानी में नींबू एवं शहद मिलाकर पीना लाभदायक होता है।

योगीराज ने कहा कि योग एक ऐसा निवारक है जिसके द्वारा हम अपने समस्त उदर रोगों का उपचार करके स्वस्थ रह सकते हैं। उन्होंने संगीत की धुनों के साथ पवनमुक्तासन, उत्तानपादासन, नौकासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुरासन, वक्रासन , पश्चिमोत्तानासन का भी अभ्यास कराया। उन्होंने यह भी बताया कि भोजन के बाद वज्रासन करने से हमारा पाचनतंत्र सुचारु रूप से काम करता है।

शिविर के मुख्य अतिथि परम श्रद्धेय योगीराज ओम प्रकाश महाराज एवं विशिष्ट अतिथि राव दलबीर सिंह पूर्व एसीपी गुड़गांव पुलिस तथा एल.एन राव डीसीपी दिल्ली का स्वागत पंजाबी बिरादरी महासंगठन के प्रधान माननीय बोधराज सीकरी और उनके साथी श्री सुरेंद्र खुल्लर, अशोक आर्य, रमेश मुंजाल, ओ पी कालरा, रामलाल ग्रोवर, अनिल, रमेश कुमार, ज्योत्सना बजाज, ज्योति वर्मा, राजपाल आहूजा, धर्मेंद्र बजाज, किशोरी लाल डुडेजा, नरेश चावला, रमेश कामरा, उमेश ग्रोवर, रवि मनोचा, चन्द्रप्रकाश रहेजा, धर्मपाल कटारिया आदि ने किया। दीप प्रज्वलन के बाद बोधराज सीकरी ने योग की महत्ता पर प्रकाश डाला।

राव दलबीर ने कहा कि ऋषि मुनियों की देन इस योग से जहां हम शरीर को निरोग रख सकते हैं वहीं समाज को संगठित व बुराई मुक्त रख सकते हैं। एल.एन राव ने कहा कि वे बचपन से ही योग करते आ रहे हैं और इस योग के कारण ही वे सदैव ऊर्जावान बने रहते हैं इसलिए नई पीढ़ी को ही स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते हुए योग को अपनाना चाहिए।

योगीराज महाराज ने ओम योग संस्थान ट्रस्ट की तरफ से पंजाबी बिरादरी महासंगठन के प्रधान बोधराज सीकरी को अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया तथा नियमित कक्षा लेने वाले को योग शिक्षक के रूप में पत्र देकर उन्हें शिक्षक के नाते मनोनीत किया।

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