लड्डू बांटने वालों भाजपा की विफलताओं पर मातम कब मनाएंगे ? (आप ) 2015 में की गई घोषणाओं का क्या हुआ बताएं भाजपाई ? माईकल सैनी (आप ) गुरुग्राम 10/6/2023 केंद्र सरकार द्वारा 28 किलोमीटर तक मैट्रो के विस्तार की मंजूरी दी गई है जिसपर अनुमानित लागत 2000 करोड़ रखी गई है और बताया जा रहा है कि इसका शिलान्यास भी माननीय प्रधानमंत्री करेंगे जो एक अच्छी बात हो सकती थी मगर उससे भी अच्छी बात यह होती कि 2016-17 में संघाई शहर से तुलना करते हुए जिस पॉड टैक्सी का सपना परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा गुरुग्राम शहरवासियों को दिखाया गया उसको हरी झंडी दिखाते मगर उसे तो ग्रेटर नोएडा से शुरू किया जा रहा है जब्कि उसका शुभारंभ गुरुग्राम से ही किए जाने की घोषणा की गई थी ! खैर… तरविंदर सैनी (माईकल) मीडिया प्रभारी आम आदमी पार्टी गुरुग्राम ने सवाल किया है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री महोदय द्वारा 2015 में फरीदाबाद गुरुग्राम के बीच मैट्रो चलाए जाने के लिए जो केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी उपरांत घोषणा की गई थी उसका क्या हुआ जो अब 2023 में गुरुग्राम मैट्रो विस्तार की मंजूरी मिलने पर गदगद हुआ लड्डू बांट रहा हैं भाजपाई नेतृत्व ? सैनी ने कहा कि भाजपाई नेतृत्व श्रेय लेने की होड़ में दिखाई दे रहा है जिसको जितना मिल जाए लगे हैं बधाईया देने नेता बदल बदलकर , स्थानीय सांसद कहते हैं उनकी मेहनत सफल हुई एक निर्दलीय विधायक कहते है उनके प्रयासों की बदौलत हुई घोषणा और सूबे के मुखिया के दावे पर जाएं तो मैट्रो मंजूरी उनके कारण परवान चढ़ी , अब गुरुग्राम की जनता किसके दावे सही मानकर चले यह उलझन भी पैदा इन्होंने ही पैदा कर दी ! खैर… सैनी ने कहा कि 2024 के लिए भाजपा का यह चुनावी जुमला है जिससे गदगद होकर क्रेडिटचोर भाजपाई नेता जो प्रोजेक्ट की मंजूरी मिल जाने पर लड्डू बांट कर खुशियां जाहिर कर रहे हैं उन सांसद ,विधायक और नेताओं से मनेठी एम्स, सैनिक स्कूल, शूटिंग रेंज, अस्पताल और बस स्टैंड, फरीदाबाद-गुरुग्राम कनेक्टिविटी मैट्रो योजना, नहर के चौडीकरण, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट (उत्पादन) सहित साफ-सुथरी सड़कें, ग्रीन गुरुग्राम-क्लीन गुरुग्राम नहीं दे पाने जैसी तमाम खामियां गिनाते हुए सवाल किया है कि खट्टर सरकार की विफलताओं पर मातम कब मनाएगी भाजपा ? Post navigation बीएसएफ भर्ती के दौरान दूसरे की जगह फिजिकल देने आया युवक काबू मुख्यमंत्री-उपमुख्य मंत्री बोले— गठबंधन रहेगा लेकिन हालात कुछ और बोलें