भारत सारथी

गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम में आए दिन घट रही घटनाओं से जिले वासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला एमसीजी वार्ड 4 के गांव डूंडाहेड़ा का सामने आया है, जिसमें एक ग्रामीण ने पार्षद व उसके पुत्र पर उधार के पैसे वापस न लौटाने के गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव डूंडाहेड़ा के रहने वाले मृतक विक्रम सिंह ने क्षेत्र के पार्षद वीरेंद्र सिंह यादव व उसके पुत्र पर उधार के दिए पैसे ना लौटाने पर उसे धमकी देने के गंभीर आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल की थी। जिसमें उसने उपरोक्त लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने, परिवार को धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त करने की बात कही है। वीडियो में उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कानून पर पूरा भरोसा है और उनके रुपए उनके जाने के बाद परिजनों को लौटा दिए जाए। जैसे ही यह वीडियो गांव डूंडाहेड़ा के व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल हुई तो गांव में सनसनी फैल गई। वायरल वीडियो बुधवार रात की बनी हुई बताई गई है,और गांव के ग्रुप में वीरवार सुबह को वायरल हुई है तब लोगों ने इसके बारे में जांच-पड़ताल की तो पता चला कि जिस पीड़ित ने यह वीडियो बनाई थी उसने रात को ही आत्महत्या कर ली है। थाना उद्योग विहार पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है। वही ग्रामीणों ने दबी जबान में बताया कि मृतक और पार्षद का आपस में काफी पैसों का लेनदेन था। जिनका पिछले काफी समय से मनमुटाव चल रहा था।
जब इस मामले पर थाना उद्योग विहार के एसएचओ पर फोन से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि पुलिस अपने स्तर से कार्यवाही कर रही है। वही ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस ने पार्षद व उसके पुत्र को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है। ग्रामीणों का कहना था कि पार्षद की पहुंच काफी ऊपर तक है जिसके चलते स्थानीय पुलिस भी मिलीभगत से मामले में लीपापोती कर सकती है, जबकि मृतक परिवार दलित समुदाय से संबंध रखता है।