प्रदेश में बनाई गई नई शराब नीति लोगों का घर उजाड़ने का करेगी काम जहां 5000 कर्मचारियों की संख्या होगी वहां अब शराब परोसने का लाइसेंस देने का नया कानून लेकर आई है सरकार गुड़गांव 18 मई – हरियाणा सरकार द्वारा शराब परोसने की नई नीति लागू होने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने भाजपा की मनोहर सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए है, पंकज डावर का कहना है कि इस तरह की शराब नीति लागू करके सरकार पैसे तो कमा सकती है लेकिन कितने युवाओं को नशे की दलदल में धकेल देगी शायद सरकार को कोई अंदाजा नहीं है, पंकज डावर ने कहा कि हरियाणा की मनोहर सरकार ने एक ऐसी नीति लेकर जनता के सामने आई है जिसमें जिन संस्थानों में 5000 या उससे अधिक कर्मचारी काम करते होंगे उन संस्थानों को सरकार मात्र 10 लाख रुपए में शराब परोसने का लाइसेंस जारी कर देगी मौजूदा सरकार इस नीति के जरिए ऐसे संस्थानों में 5000 कर्मचारियों को शराब पिलाना चाहती है मतलब साफ है ऐसे कर्मचारियों को नशे की दलदल में धकेल कर अपना राजस्व बढ़ाना चाहती हैं पंकज डावर ने कहा कि हरियाणा में जो भी ऐसे संस्थान हैं जिसमें 5000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं उसमें 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी 40 साल से कम उम्र के हैं जो युवाओं की श्रेणी में आते हैं अगर ऐसे कर्मचारियों की लत शराब पीने में लग गई तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि कर्मचारी जिन संस्थानों में काम करते हैं वह अपनी कमाई का 90 प्रतिशत से अधिक तो शराब में उड़ा देंगे ऐसी स्थिति में जब प्रदेश का युवा नशे की दलदल में फंस जाएगा तो उसे निकालेगा कौन, सरकार यह बताएं कि अगर युवाओं की जिंदगी खराब होगी तो उसका जिम्मेदार कौन होगा. पंकज डावर ने कहा कि ऐसी शराब नीति को तत्काल प्रभाव से रद्द कर देना चाहिए नहीं तो प्रदेश के युवा पहले से ही नशे की दलदल में फंस कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहा है, जो युवा अपना भविष्य सवारना चाहते हैं अगर उन युवाओं का भी भविष्य अंधकार में गया तो प्रदेश की हालत बहुत खराब हो जाएगी, Post navigation अपनी हार सामने देख चुनाव से भाग रही है सरकार – दीपेंद्र हुड्डा मानवाधिकार आयोग हरियाणा के कार्यकारी अध्यक्ष दीप भाटिया पहुंचे गुरूग्राम