• सरकार में शामिल लोगों ने नगर निगमों को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है- दीपेंद्र हुड्डा
• जब मुख्यमंत्री में जनता की बात सुनने का धैर्य ही नहीं है तो जनसंवाद का ढकोसला करने की क्या जरुरत है- दीपेंद्र हुड्डा
• विकास के नाम पर सरकार ने गुड़गांव को छलने का काम किया है – दीपेंद्र हुड्डा
• मिलेनियम सिटी गुड़गांव को सरकार भेदभाव की दृष्टि से देख रही है – दीपेंद्र हुड्डा
• प्रदेश में व्यापक भ्रष्टाचार के तार मुख्यमंत्री कार्यालय तक जुड़ रहे हैं, ओएसडी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई करे सरकार- दीपेंद्र हुड्डा
• भाजपा का एक ही नारा गरीब, किसान मध्यम वर्ग का शोषण और भ्रष्टाचार का पोषण – दीपेंद्र हुड्डा

गुरुग्राम, 18 मई। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज गुरुग्राम में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार में शामिल लोगों ने नगर निगमों को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। सरकार निगम चुनाव कराने से इसलिये भाग रही है क्योंकि उसे अच्छे से मालूम है कि जिस प्रकार पंचायत चुनावों में जनता ने भाजपा के सिंबल पर लड़ रहे प्रत्याशियों को बड़ी संख्या में हराया, उसी प्रकार निगम चुनावों में भी भाजपा को बड़ी हार का मुंह देखना पड़ेगा। यही कारण है कि कर्नाटक के बाद एक और हार सामने देख सरकार निगम चुनाव कराने से पीछे हट रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जनसंवाद नहीं जन-अपमान कार्यक्रम चला रहे हैं और जनसंवाद के नाम पर जनता का अपमान कर रहे हैं। जब उनमें जनता की बात सुनने का धैर्य ही नहीं है तो जनसंवाद का ढकोसला करने की क्या जरुरत है। उनके कार्यक्रम में कभी किसान को, कभी महिलाओं को अपमानित करने की खबरें आती हैं। जनसंवाद के दौरान मुख्यमंत्री के व्यवहार से ऐसा लगता है कि उनके कान सिर्फ अपनी तारीफ सुनने के आदी हो गये हैं।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि निगम चुनाव न कराने का खामियाजा सबसे ज्यादा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। सरकार में शामिल लोग जमकर निगमों में भ्रष्टाचार कर रहे हैं। निगमों में कई घोटाले सामने आ चुके है। हाउस टैक्स से लेकर प्रापर्टी आईडी, परिवार पहचान पत्र को लेकर लोगों को यातनाएं सहनी पड़ रही है। सफाई ठेकों में घोटाले हो रहे हैं। लिंटर माफिया सक्रिय हैं। चुने हुए विधायक और निगम में बैठे लोगों के भ्रष्टाचार की कहानी सबके सामने है। सरकार ने गुड़गांव को नारकीय स्थिति में पहुंचा दिया है।

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्यापक भ्रष्टाचार हो रहा है और इसके तार मुख्यमंत्री कार्यालय तक जुड़ रहे हैं। उन्होंने मांग करी कि मुख्यमंत्री के ओएसडी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की व्यापक जांच कर कार्रवाई की जाए। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा का एक ही नारा है गरीब, किसान मध्यम वर्ग का शोषण और भ्रष्टाचार का पोषण।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि गुड़गांव में सिविल अस्पताल की आवश्यकता सबसे ज्यादा है। गुड़गांव में पिछले 9 साल से एक सामान्य अस्पताल के लिये भी आम जन तरस रहा है। विकास के नाम पर सरकार ने गुड़गांव को छलने का काम किया है। मिलेनियम सिटी गुड़गांव को सरकार भेदभाव की दृष्टि से देख रही है। उन्होंने कहा कि जरा सी बारिश होते ही गुड़गांव, फरीदाबाद जैसे शहरों की जो हालत होती है उसकी तस्वीरें पूरी दुनिया में चर्चित हो जाती हैं। जबकि, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय गुड़गांव का नाम ग्लोबल सिटी के रूप में जाना जाता था। आज यहां न तो पानी निकासी की व्यवस्था है न ही ट्रैफिक की व्यवस्था है न ही साफ-सफाई की कोई व्यवस्था है। सरकार कूड़ा टैक्स वसूल रही है। कंडम हो चुके बस अड्डे के स्थान पर नये बस अड्डे के लिये भी लोग तरस रहे हैं। 24 घंटे बिजली देने की बात थी आज लगातार पावर कट बढ़ते जा रहे हैं। क्योंकि खट्टर सरकार ने बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिये एक भी थर्मल कारखाना नहीं लगाया। शीतला माता मंदिर परिसर में जिस रूप में भवन निर्माण होना चाहिए था उसमें ढिलाई देखकर हर व्यक्ति की भावना को ठेस पहुंच रही है।

उन्होंने कहा कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने की चुनावी घोषणा करने वाली सरकार साढ़े 9 साल में गुड़गांव छोड़िए, पूरे हरियाणा में एक मेडिकल कॉलेज नहीं बनवा पायी। जबकि कांग्रेस सरकार के समय 5 नये मेडिकल कॉलेज – ईएसआई मेडिकल कॉलेज फरीदाबाद, शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज, खानपुर में भगत फूल सिंह मेडिकल कॉलेज, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, एम्स बाढ़सा में विश्वस्तरीय मेडिकल कॉलेज बनवाये गये और महेन्द्रगढ़ सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एक मेडिकल कॉलेज और एक भिवानी में मेडिकल कॉलेज मंजूर कराया गया। यही नहीं, साढे़ 9 साल में एक इंच मेट्रो का विस्तार नहीं हुआ, एक नया खंबा धरातल पर नहीं आया।
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