साइबर सिटी के कूड़े में ही करोड़ों का खेल : पंकज डावर

70 साल की सरकार में कभी नहीं लगा जनता पर टैक्स, 9 साल की सरकारों में जनता को देना पड़ रहा कूड़ा उठाने पर भी टैक्स
बड़े लेवल पर अधिकारी और सफेदपोश नेता कर रहे पूरा खेल

गुड़गांव 10 मई – भाजपा वाले कांग्रेस शासन के 70 सालों की बात करते हैं आज हम भाजपा समर्थित सरकार के सिर्फ 9 सालों के शासन काल की बात करें तो सोचकर भी हैरानी होती है, क्योंकि इस 9 सालों की सरकार में जनता पर कूड़ा उठाने तक के लिए टैक्स लिए जा रहे हैं, यह कहना है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर का,

पंकज डावर ने कहा कि कांग्रेस के 70 साल के शासनकाल में जनता पर कभी भी किसी भी टैक्स का बोझ नहीं डाला गया, देश का कोई भी नागरिक बता दें कि कांग्रेस के शासनकाल में कभी भी किसी ने भी कूड़ा उठाने का टैक्स, पानी का टैक्स, हाउस का टैक्स गुरुग्राम में दिया हो, जब से यह सरकार आई है अब तो आम जनता को डर लगने लगा है कि कहीं यह सरकार आम जनता को आपसी भाईचारे के लिए बात करने पर भी टैक्स ना लगा दे, क्योंकि यह सरकार कुछ भी कर सकती है, इस सरकार में मोदी है तो सब कुछ मुमकिन है,

पंकज डावर ने कहा कि गुरुग्राम में कूड़ा कलेक्शन करने में कंपनियां करोड़ों का गोलमाल कर रही है, हर महीने कूड़े से निकलने वाला कीमती कचरा करोड़ों में बिकता है, बावजूद इसके कूड़ा कलेक्शन के लिए आम जनता से टैक्स वसूले जा रहे हैं, जोकि हरियाणा में पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कि आम जनता को अपने घर का कूड़ा कचरा फेंकने के लिए भी टैक्स अदा करना पड़ रहा है, यह टैक्स मामूली टैकस नहीं है, आम जनता से लिया गया यह कूड़ा उठाने का टैक्स करोड़ों में है, इसके पीछे बड़े लेवल के अधिकारी और सफेदपोश नेता पूरा खेल करने में जुटे हैं, क्योंकि अगर बड़े लेबल के नेताओं और अधिकारियों की शह नहीं होती तो हजारों शिकायतों के बाद भी यहां कूड़ा कलेक्शन का काम चाइनीज कंपनी नहीं कर रही होती,

यह सरकार एक तरफ तो चाइना का विरोध करती है दूसरी तरफ चाइनीज कंपनियों को ऐसे ठेके देती है जहां करोड़ों का गोलमाल हो सके, अगर यह ठेका यह सरकार किसी भारतीय कंपनी को देती तो शायद अपने देश का पैसा एक ऐसे देश की कंपनी को नहीं जाता जो देश लगातार हमारे देश के खिलाफ रहता है, पंकज डावर का कहना है कि आगामी 2024 में उनकी सरकार आई तो सबसे पहले आम जनता को इस तरह के सभी टैक्स से निजात दिलाने का कार्य किया जाएगा, जिससे जनता को सहूलियत मिल सके,

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