हीट स्ट्रोक के लक्षण एवं बचाव के तरीकों से कराया अवगत गुरूग्राम, 9 मई। आज जीएचडी दौलताबाद में होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितिका शर्मा द्वारा आयुष निदेशालय के निर्देशानुसार मासिक नि:शुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा एवं जानकारी शिविर का आयोजन किया गया। होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितिका शर्मा ने बताया की शिविर में लगभग 68 मरीजों ने चिकित्सा लाभ लिया। इसमें होम्योपैथिक दवाइयों के साथ-साथ हीट स्ट्रोक के लक्षण एवं बचाव के तरीकों से भी अवगत करवाया गया। होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितिका शर्मा ने बताया की गर्मी के मौसम में लू लगने की समस्या बहुत आम होती है। इसे ही हीट-स्ट्रोक और सन-स्ट्रोक के नाम से जाना जाता है। लू लगने के लक्षण हैं-बुखार, उल्टी, सिरदर्द, लगातार जी-मिचलाना, दिल की धड़कनें तेज होना, त्वचा रूखी होना, त्वचा पर लाल निशान, रैशेज या चकते होना तथा मानसिक स्थिति बिगड़ना। इससे बचने के लिए जितना ज्यादा हो सके पानी पिए। गर्मी मे से वापस आने पर पसीना सूखने के बाद ही कुल्ला करने के बाद पानी पिए। लू लगने पर कच्चे आम को उबाल कर उसका शर्बत बनाकर लें। प्याज का सेवन करें। सिर ढक कर घर से बाहर निकले । ककड़ी खीरा तरबूज जैसे मौसमी फल व सब्जियों का सेवन करें। Post navigation नशे के लिए लूटपाट करके 36 वर्षीय युवक की हत्या करने वाले 03 आरोपी गिरफ्तार, सुलझाई ब्लाईंड मर्डर की गुत्थी एडीसी हितेश कुमार मीणा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की समीक्षा की