सुशांक लोक में आयोजित हनुमान चालीसा पाठ में बही समाजसेवी बोधराज सीकरी के ज्ञान की गंगा
हनुमान चालीसा के पाठ के प्रति हो रही है लोगों में अभिरुचि। युवा पीढ़ी का संस्कारवान होना अति अनिवार्य

गुरुग्राम। समाजसेवी बोधराज सीकरी की हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम युवा वर्ग को संस्कारवान बनाने में अहम भूमिका निभा रही है।

श्री श्री 1008 स्वामी दिव्यानंद महाराज ने बोध राज सीकरी को फ़ोन पर इस नेक काम को करने के लिए अपना आशीर्वाद दिया। स्वामी जी ने बोधराज सीकरी से कहा कि वे अति शीघ्र गुरुग्राम आकर अपने गीता आश्रम, जो ज्योति पार्क, गुरुग्राम में स्थित है, उसमें भी हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन करेंगे। इस धार्मिक आयोजन में किसी उच्च कोटि के संत से ऐसा आशीर्वाद मिलने पर बोधराज सीकरी का मन गद्गगद हो गया।

बता दें कि पिछले सप्ताह शनिवार को जो आयोजन हुआ था तब तक छः हज़ार से अधिक लोगों द्वारा 115000 पाठ हो चुके थे। कल मंगलवार 2 मई को सुशांत लोक सी.ब्लॉक, मेहंदी पार्क, में अनिल आरती यादव पार्षद, विष्णु खन्ना, प्रधान आर. डबल्यू.ए., दीपक वर्मा, महामंत्री आर. डबल्यू. ए. और संजय टण्डन, कोषाध्यक्ष आर.डबल्यू. ए.ने मिलकर हनुमान चालीसा रूपी यज्ञ किया। जिसमें आशा से अति अधिक लोग उपस्थित हुए । यद्यपि किसी अपरिहार्य कारण से संजय टण्डन खुद उपस्थित नहीं हो सके परंतु वे उत्तराखंड से निरंतर सम्पर्क बनाए हुए थे और जाने से पूर्व अपना उत्तरदायित्व निभा कर गए। विष्णु खन्ना और दीपक वर्मा जहां एक ओर यजमान बने, वहीं उन्होंने पूरी व्यवस्था का पूरा-पूरा ध्यान रखा। अनिल यादव ने लोगों से आग्रह किया कि हर मंगलवार को सुशांत लोक के सभी मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ नियमित रूप से होता है और सभी को वहाँ जाना चाहिए और लोगों को आश्वासन दिया कि बोधराज सीकरी की अगुवाई में इस प्रकार के आयोजन समय-समय पर होते रहेंगे। दीपक वर्मा ने सभी का आभार प्रकट किया और प्रभु हनुमान की महिमा का व्याख्यान किया। आर. डबल्यू. ए. प्रधान विष्णु खन्ना ने बोधराज सीकरी का धन्यवाद किया और बताया कि नया गुरुग्राम भी भक्ति-रस में उनके साथ है।

प्रभु हनुमान का रमणीक दरबार, बैठने की सुंदर व्यवस्था, अति स्वादिष्ट लंगर प्रसाद, भावपूर्ण गायकी से गजेंद्र गोसाईं द्वारा सामूहिक चार सौ से अधिक लोगों द्वारा 25-25 बार पाठ करके कुल 10000 पाठ किए गए। इस प्रकार अब तक 11वीं बैठक के साथ 125000 पाठ की संख्या हो चुकी है।

डेढ़ घंटे के पाठ के बाद बोध राज सीकरी ने हनुमान चालीसा के बहुत से रहस्य उजागर किए जैसे अतुलित बल धामा की परिभाषा, हनुमान चालीसा में पाँच बार “जय” शब्द क्यों आता है और उस “जय” का क्या तात्पर्य है आदि। उनके अनुसार एक-एक चौपाई एक-एक मंत्र है। इसमें सभी समस्याओं का समाधान है।

पुराने शहर से प्रमोद सलूजा, पंडित भीमदत्त, रमेश कामरा, किशोरी लाल, सुरेन्द्र बरेजा, रूपम चौधरी, मणिशंकर, मनोज तिवारी, आशीष मानेकर व मनीष नासा उपस्थित रहे। पंजाबी बिरादरी महा संगठन की महिला प्रकोष्ठ की ज्योति वर्मा और श्रीमती रचना बजाज ने अपनी हाज़िरी लगाई। सुशांत लोक से राजीव छाबड़ा, सुरेश अग्रवाल, संघ के सुशील जी नगर कार्यवाहक, सरस्वती नगर, पी. एन. सिंह, सतीश चावला, मोहित, रमेश नरूला, खेर जी, डॉक्टर ए. के. नागपाल, प्रदीप अग्रवाल, संजीव बिष्ट, विजय दीवान, अजय भार्गव, बृज खुराना, दिनेश भारती, उमेश अरोरा, बी. एन. गुप्ता, ईश भयाना, डॉक्टर विजय, आनंद गुप्ता विद्यार्थी, अजीत मिश्रा उपस्थित रहे और संघ परिवार ने समस्त 400-500 लोगों के प्रसाद-भंडारा वितरण का उत्तरदायित्व निभाया।

इसके अतिरिक्त सुशांत लोक से महिला वर्ग की सराहनीय उपस्थिति रही, जिनमें मुख्यत: सुरेश सीकरी, उर्मिल खेर, सोनिया सचदेव, सीमा दीवान, रश्मि, अशिमा, पूनम, नीलम, सरिता खुराना आदि सेवा में सम्मिलित रहे।

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