-प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता बच्चे का शिक्षा का आधार बनाने के लिए ज़रूरी : डीसी -प्राथमिक शिक्षकों को पढ़ाने में ‘निपुण’ बनाने में कारगर साबित हो रहा ‘निपुण हरियाणा’ कार्यक्रम गुरुग्राम, 28 अप्रैल। शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा एक से तीन तक के स्कूली बच्चों को खेल ही खेल में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने व शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ाने के लिए शुरू की गई निपुण हरियाणा कार्यक्रम के संबंध में आज डीसी निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में अधिकारियों की बैठक ली। डीसी ने कहा कि विद्यार्थियों का प्राथमिक स्तर से ही शिक्षा की क्षेत्र में मज़बूत आधार बनाने के लिए शुरू से ही उन पर ध्यान देने की ज़रूरत है। इस लिहाज़ से बच्चों को गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए और इस दिशा में हरियाणा सरकार द्वारा चलाया गया निपुण हरियाणा कार्यक्रम काफ़ी कारगर सिद्ध हो रहा है है। इस कार्यक्रम से प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बेहतर ढंग सीख कर अपने कार्य में निपुण बन रहे हैं। डीसी ने कहा कि कार्यक्रम की मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों की कमेटी भी बनाई गई है जो प्रत्येक तीन माह मेंं अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा की नींव को मजबूत करने व आगामी कक्षाओं मेंं विशेष रूचि लेकर जहां शिक्षा ग्रहण कर सकें वहीं कक्षा का सत्र पूरा होने से पूर्व छोड़ने पर अंकुश लगाना है। इसके अलावा केवल एक से तीन कक्षा के बच्चों को पजल गेम, विभिन्न आकृति, बाक्स व पेंटिग बना कर विभिन्न खेल की वस्तुएं एकत्रित कर रूचिपूर्वक तरीके से शिक्षा प्रदान करना है। बैठक में मेंटर की स्कूल विजिट की कमी पर डीसी ने कहा कि शिक्षा विभाग ऐसे मेंटर्स जिनकी विजिट 70 प्रतिशत से कम है उनकी एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर डीसी कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला के सभी एसडीएम अपने उपमंडल में प्रत्येक माह पांच स्कूलों की विजिट कर कक्षा एक से तीन के बच्चों में गणित, अंग्रेजी व हिंदी का शैक्षिक स्तर जांच कर इसकी रिपोर्ट डीसी कार्यालय को भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अपने स्तर पर भी स्कूल विजिट कर यह सुनिश्चित करेंगे कि प्राथमिक स्कूलों में निपुण हरियाणा कार्यक्रम के तहत शैक्षणिक कार्य किया जा रहा है या नही। बैठक में जिला में एफएलइन (मूलभूत साक्षरता और अंकज्ञान) के नोडल अधिकारी मनोज लाकड़ा ने बताया कि बच्चों की गणित, अंग्रेजी, हिन्दी अर्थात अन्य भाषा में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बच्चे सहजता से खेल ही खेल में शिक्षा ग्रहण कर सकें। उन्होंने कहा कि जिला की 367 प्राथमिक स्कूलों में निपुण हरियाणा मिशन के तहत मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (एफएलएन) प्रशिक्षण प्राप्त सभी अध्यापक एफएलएन के दिशानिर्देशन अनुसार अध्यापन करवा रहे हैं। बैठक में एडीसी हितेश कुमार मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन, सीडीपीओ नेहा दहिया, डिप्टी डीईओ डॉ अंशु सिंगला, सीएमजीजीए हिया बनर्जी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। Post navigation कार्यशाला आयोजित कर बल्क वेस्ट जनरेटरों को किया गया जागरूक अंत्योदय मेला के चौथे चरण में पात्र परिवारों को अवश्य मिले योजनाओं का लाभ : डीसी