– नगर निगम गुरूग्राम व सैंटर फॉर साईंस एंड इनवायरमैंट द्वारा गुरूग्राम में आयोजित की गई एक दिवसीय कार्यशाला

– नगर निगम गुरूग्राम के अतिरिक्त आयुक्त जयदीप कुमार, संयुक्त आयुक्त डा. नरेश कुमार, सीएसई के निदेशक अतिन बिश्वास तथा डिप्टी प्रोग्राम मैनेजर मऊ सेनगुप्ता ने अपने वक्तव्य में ठोस कचरा प्रबंधन नियम के तहत बल्क वेस्ट जनरेटरों की भूमिका एवं जिम्मेदारियों के बारे में दी जानकारी

गुरूग्राम, 28 अप्रैल। नगर निगम गुरूग्राम व सैंटर फॉर साईंस एंड इनवायरमैंट द्वारा गुरूग्राम में बल्क वेस्ट जनरेटरों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सैक्टर-29 में किया गया, जिसमें वक्ताओं ने ठोस कचरा प्रबंधन नियम-2016 के तहत बल्क वेस्ट जनरेटरों की भूमिका एवं जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी।

नगर निगम गुरूग्राम के अतिरिक्त आयुक्त जयदीप कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन आज के समय में महत्वपूर्ण आवश्यकता है तथा इसके लिए सभी को गंभीरता से कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को प्राथमिक स्तर पर गीला, सूखा, घरेलू हानिकारक कचरा अलग-अलग करना चाहिए। इससे कचरा प्रबंधन में मदद मिलेगी तथा बंधवाड़ी में कचरे की मात्रा कम होगी। उन्होंने कहा कि गीले कचरे को खाद या बायोगैस में परिवर्तित करें तथा रिसायकलेबल कचरे को रिसायकलर को सौंपें। उन्होंने बल्क वेस्ट जनरेटरों से कहा कि वे अपने परिसर में ही कचरे का प्रबंधन सुनिश्चित करें। पॉलीथीन के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 120 माईक्रॉन से कम मोटाई वाली पॉलीथीन कैरीबैग को प्रतिबंधित किया गया है। नागरिकों को चाहिए कि इसका इस्तेमाल ना करें क्योंकि यह हमारे स्वास्थ्य तथा पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है।

संयुक्त आयुक्त (एसबीएम) डा. नरेश कुमार ने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन नियम-2016 के तहत प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारियां तय की गई हैं। इसके तहत हमें प्राथमिक स्तर पर कचरा अलग-अलग करना जरूरी है। प्रतिदिन 50 किलोग्राम या इससे अधिक मात्रा का कचरा उत्पादित करने वालों को बल्क वेस्ट जनरेटर की श्रेणी में रखा गया है, जिन्हें स्वयं के स्तर पर कचरे का निष्पादन करना अनिवार्य है। नियमों की अवहेलना करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों से आह्वान किया कि हम अपने शहर को स्वच्छ, सुंदर एवं बेहतरीन बनाने में अपना योगदान दें, ताकि स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में हम और भी बेहतर रैंकिंग हासिल करें।

सैंटर फॉर साईंस एंड इनवायरमैंट के निदेशक अतिन बिश्वास तथा  डिप्टी प्रोग्राम मैनेजर मऊ सेनगुप्ता ने कहा कि सीएसई द्वारा गुरूग्राम में बल्क वेस्ट जनरेटरों द्वारा किए जाने वाले कचरा प्रबंधन में सुधार करने तथा ठोस कचरा प्रबंधन के वर्तमान पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कचरे के अलगाव व निष्पादन में सुधार, बंधवाड़ी लैंडफिल में पहुंचने वाले कचरे को डायवर्ट करने, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को और अधिक कुशल बनाना, ठोस कचरा प्रबंधन की निगरानी को बेहतर करना, डि-सैंट्रलाईज्ड मैनेजमैंट मॉडल को बढ़ाना तथा स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में बेहतर रैंकिंग लाने की योजना है। कार्यशाला में ठोस कचरा प्रबंधन नियम तथा प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई तथा इस बारे में किए गए सवालों के जवाब भी दिए गए। उपस्थित नागरिकों ने ठोस कचरा प्रबंधन के तहत इनफोर्समैंट को प्रभावी रूप से लागू करने का सुझाव दिया।

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