स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के तहत नगर निगम गुरूग्राम ने किया कार्यशाला का आयोजन

– कार्यशाला में स्वच्छता शाखा से जुड़े अधिकारीगण व स्वच्छता सुपरवाईजर रहे उपस्थित

– दस लाख तक की आबादी वाले 423 शहरों में गुरूग्राम है शामिल, स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में 19वीं रैंक की थी हासिल

– स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में हैं 9500 अंक, जिनमें सर्विस लेवल प्रोग्रैस के लिए 4525 अंक, सर्टिफिकेशन के लिए 2500 अंक तथा सिटीजन वॉईस के लिए 2475 अंक किए गए हैं निर्धारित

गुरूग्राम, 27 अप्रैल । केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के तहत नगर निगम गुरूग्राम द्वारा एक विशेष कार्यशाला का आयोजन सिविल लाईंस स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में किया गया। कार्यशाला में स्वच्छता शाखा के अधिकारीगण व स्वच्छता सुपरवाईजरों को सर्वेक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में 10 लाख तक की आबादी वाले 423 शहरों में गुरूग्राम शामिल है तथा स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में गुरूग्राम ने 423 शहरों में 19वीं रैंक हासिल की थी। पूर्व की भांति इस बार भी गुरूग्राम के नागरिकों के भरपूर सहयोग के साथ गुरूग्राम स्वच्छता की लंबी छलांग लगाएगा तथा टॉप-10 स्वच्छ शहरों की सूची में बेहतर पायदान हासिल करेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के लिए कुल 9500 अंक निर्धारित किए गए हैं, जिनमें सर्विस लेवल प्रोग्रैस के लिए 4525 अंक, सर्टिफिकेशन के लिए 2500 अंक तथा सिटीजन वॉईस के लिए 2475 अंक शामिल हैं। कार्यशाला में सुपरवाईजरों से कहा गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।

गुरूग्राम के नागरिकों से अपील : स्वच्छता के इस महायज्ञ में सभी की आहुति का होना बहुत ही जरूरी है। नागरिकों को इसमें अपना भरपूर सहयोग देना है। इसके लिए अपने घरों में कचरे को अलग-अलग करना, प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग बन्द करना, स्वच्छता एप का अधिक से अधिक उपयोग करना तथा जीरो वेस्ट इवैंट आयोजित करना शामिल है। नागरिक ना तो स्वयं इधर-उधर कचरा फैलाएं और ना ही दूसरों को फैलाने दें। यह शहर हम सभी का है तथा इसे स्वच्छ, सुंदर एवं बेहतर बनाने की जिम्मेदारी भी हम सभी की है। अगर कोई व्यक्ति इधर-उधर कचरा फैलाता है या प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग करता है, तो उसे ऐसा करने से रोकें। इसके साथ ही स्वयं भी कचरे को गीले, सूखे व घरेलू हानिकारक कचरे की श्रेणियों में अलग-अलग करें तथा दूसरों को भी इस बारे में प्रेरित करें। गीले कचरे से खाद तैयार करके उसका उपयोग पौधों में करें और शहर को हरा-भरा बनाने में भी अपना योगदान दें।

इस मौके पर वरिष्ठ सफाई निरीक्षक सुधीर कुमार व हरीश मेहता सहित सभी वार्डों के सुपरवाईजर, स्वच्छता ब्रांड एंबैसडर कुलदीप ङ्क्षसह, एक्सपर्ट डा. हरभजन सिंह और एचएमएस की टीम उपस्थित रही।  

Previous post

<strong>‘एसोसिएशन ऑफ हरियाणा इन आस्ट्रेलिया’ अपने संस्कार और संस्कृति को बचाए रखने में कर रही है सराहनीय कार्य- गृह मंत्री अनिल विज</strong>

Next post

<strong>10 सेवा योजनाओं का सोशल ऑडिट शुरू करेगी सरकार-संजीव कौशल</strong>

You May Have Missed

error: Content is protected !!