डीसी निशांत कुमार यादव ने जल संगोष्ठी अमृत जल क्रांति में वीसी के माध्यम से लिया भाग

गुरुग्राम, 26 अप्रैल – डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि कि गर्मी में पानी की बूंद-बूंद अनमोल है। गर्मी में पानी की कितनी किल्लत होती है हमें इस बात को समझना चाहिए। जल संरक्षण की जिम्मेदारी केवल सरकार व प्रशासन की नहीं है। जल संरक्षण में सभी का सहयोग जरूरी है। यदि समय रहते हमने व्यर्थ पानी बहाना बंद न किया तो भविष्य में हमें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पानी की एक एक बूंद कीमती है। हमारी थोड़ी सी लापरवाही के कारण कीमती जल व्यर्थ में बह जाता है। नल खुला छोड़कर व्यर्थ पानी न बहाएं। सभी नलों पर टूटी अवश्य लगवाएं। जरूरत पड़ने पर पानी का इस्तेमाल करें। हमारे द्वारा आज की गई पानी की बचत आने वाली पीढ़ी के काम आएगी। हम सभी को जल संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। डीसी बुधवार को हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा पंचकूला में आयोजित दो दिवसीय जल संगोष्ठी अमृत जल क्रांति में वीसी से जुडऩे उपरांत अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।

डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि अमृत जल क्रांति के तहत आमजन को जागरूक करने के लिए संबंधित विभागाध्यक्ष अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं और इस अभियान को जन आंदोलन बनाएं ताकि जल संरक्षण करते हुए गिरते भू जल स्तर पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि आने वाली पीढ़ी के लिए जल का ज्यादा से ज्यादा बचाव किया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार जल संरक्षण की दिशा में अनेक महत्वाकांक्षी निर्णय ले रही हैं ताकि भू-जल स्तर ऊपर उठाया जा सके और आने वाली पीढ़ी के लिए जल का संरक्षण किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं निश्चित तौर पर भू जल स्तर को ऊपर उठाने में मील का पत्थर साबित होंगी। सरकार की ओर से जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मेरा पानी मेरी विरासत, जल शक्ति अभियान जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं क्रियान्वित की हुई है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे गिरते भू जल स्तर के उठान में सहभागी बनें और सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

प्रशासन जल संरक्षण की दिशा में उठा रहा प्रभावी कदम : डीसी
डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन जल संरक्षण की दिशा में प्रभावी कदम उठा रहा है और जल संरक्षण के लिए पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक जल बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल का संग्रह करने के लिए आमजन को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जन भागीदारी के साथ गुरुग्राम में बारिश की एक-एक बूंद का संचयन करना है, जिसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

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