एडीसी हितेश कुमार मीणा ने दी जानकारी, गुरूग्राम जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 28, 29, 30 अप्रैल को लगेंगे 281 स्थानों पर विशेष कैंप परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना हुआ सरल, इन कैंप के माध्यम से पीपीपी की त्रुटियों को आसानी से दूर कराए जिलावासी गुरूग्राम, 26 अप्रैल। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला के तहत नागरिक संसाधन सूचना विभाग (सीआरईडी) द्वारा गुरूग्राम जिला में आगामी 28, 29 व 30 अप्रैल को परिवार पहचान पत्र में डाटा सत्यापन व अन्य सुधार (आय को छोडक़र) के लिए 281 स्थानों पर विशेष कैंप लगाए जाएंगे। डीसी निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में लगने वाले इन कैंप का उद्देश्य परिवार पहचान पत्र से संबंधित अशुद्घियों को दूर करना ताकि नागरिकों को विभिन्न सेवाओं का आसानी से लाभ मिल सके। एडीसी एवं जिला नागरिक संसाधन सूचना अधिकारी हितेश कुमार मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला के 281 स्थानों पर यह कैंप आयोजित किए जाएंगे। इन कैंप को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि फरूखनगर खण्ड में 85, एमसी क्षेत्र में 06, गुरूग्राम खण्ड में 10, एमसी जोन एक में 16, जोन दो में 27 व जोन चार में 11, पटौदी खण्ड में 38, एमसी क्षेत्र में 14, सोहना खण्ड में 29, एमसी क्षेत्र में 18 व मानेसर एमसी क्षेत्र में 27 स्थानों पर यह कैंप लगेंगे। इन कैंप में सभी अपडेटेड परिवारों को हस्ताक्षरित परिवारों में बदलना, एफआईडीआर में मौजूद नहीं व गलत तरीके से मैप किए गए नागरिकों/परिवारों के डाटा को कैप्चर करना, सत्यापित की स्थिति वाले सभी नागरिकों के लिए दिव्यांग प्रमाणपत्र अपलोड करना, पीपीपी डोटा का सुधार (आय को छोडकऱ), हरियाणा में रहने वाले परिवारों का पंजीकरण जो एफआईडीआर में नहीं हैं, एफआईडीआर में नॉट ट्रेसेबल के रूप में चिह्नित परिवारों का सत्यापन करना आदि कार्य किए गए। उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र के डाटा सत्यापन को लेकर नागरिकों को असुविधा न हो इसके लिए अधिकतर स्थानों पर यह कैंप सरकारी स्कूलों में लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने नागरिकों के जीवन को सरल बनाने के लिए परिवार पहचान पत्र कार्यक्रम चलाया है ताकि लोगों को आसानी से कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। माजिक सुरक्षा पेंशन, राशन की सुविधा व अन्य दस्तावेजों के लिए परिवार पहचान पत्र बेहद कारगर साबित हो रहा है। हरियाणा में इस कार्यक्रम को मिली सफलता से देश के अन्य राज्यों ने इस कार्यक्रम को अपनाया है। ऐसे में जिलावासियों को अपने घर के नजदीक लगने वाले इन कैंप का लाभ अवश्य उठाना चाहिए। Post navigation परमात्मा एक ही समय में सगुण और निर्गुण दोनों स्वरूप में मौजूद – शंकराचार्य नरेंद्रानंद प्रशासन जल संरक्षण की दिशा में उठा रहा प्रभावी कदम : डीसी