गुडगांव , 27/04/2023 – आज मिड डे मील कार्यकर्त्ता 6 महीने से मानदेय न मिलने के खिलाफ प्रदर्शन किया व खंड शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसका नेतृत्व एआईयूटीयूसी के राज्य कमेटी सदस्य श्रवण गुप्ता व यूनियन की जिला प्रधान देवकी व जिला सचिव शारदा देवी ने किया।

उन्होंने बताया कि सभी मिड डे मील कार्यकर्ता बेहद गरीब परिवारों की महिलायें हैं। केवल 7000/-रु महीने मानदेंय मिलता है जो एक वर्ष में केवल 10 माह का ही दिया जाता है। ग्रीष्म व शीतकालीन अवकाश का वेतन नहीं दिया जाता। इससे बढ़ती मंहगाई में घर चलाना बहुत मुश्किल है।परन्तु अफ़सोस हैं कि हमें पिछले पांच महीने से कोई मानदेय ही नहीं मिला।इस दौरान सभी त्यौहार भी निकल गये। हम और हमारे बच्चे त्यौहारों पर भी तरसते रह गये। परन्तु विभाग ने मानवता के नाते भी एक पैसा नही दिया।हम बहुत परेशान हैं और सकंट में है। पूरे दिन स्कूल में काम करते हैं इसलिए कहीं ओर मज़दूरी भी नहीं कर सकते। हमारी आजीविका का एकमात्र स्रोत यही है।

एआईयूटीयूसी के राज्य कमेटी सदस्य व जिला गुडगांव अध्यक्ष रामकुमार ने कहा कि मांगपत्र में मांग की गई कि पिछले पांच महीने का बकाया मानदेय तुरंत जारी किया जाए। हमारे मानदेय का भुगतान हर महीने की सात तारीख तक नियमित रूप से किया जाए। मानदेय पूरे 12 महीने का दिया जाए। ग्रीष्म व शीतकालीन अवकाश का वेतन न काटा जाए। हमारा मानदेय हरियाणा सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन के बराबर किया जाए। महंगाई के हिसाब से ड्रेस के बदले 600 रूपये की बजाए कम से कम 1,500 रुपयें का भुगतान किया जाए। कम से कम 15 बच्चों पर एक मिड-डे-मील कुक की नियुक्ति की जाए। रिटायरमेंट की आयु 65 वर्ष की जाए और रिटायर होने पर एकमुश्त कुछ आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। मिड डे मील कार्यकर्त्ताओं से स्कूल में बच्चों का खाना बनाने, परोसने व स्कूल रसोईघर के अलावा अन्य बेगार कार्य ना करवाया जाए।

प्रदर्शन में सुनीता, माया, शकुंतला, सावित्री, मुकेश, राजो,सुनीता, समीना, रबीना, चंद्रवती, सुमन, गीता, राजकुमारी, संतोष, बबीता, रितु, शारदा, समीना, रामकुमार रजनी, रोशनी, विजेंद्री, राजकुमारी, कौशल्या, चंद्रवती, रविता, अर्जिया, विजयलक्ष्मी आदि अनेक महिला कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। सभी मांगों के पूरा होने तक आंदोलन जारी रखने के संकल्प के साथ प्रदर्शन का समापन किया।

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