पेट्रोलियम करते हुए विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों को किया जागरूक।
गुरुग्राम : 22 अप्रैल 2023 – श्री सिद्धान्त जैन IPS पुलिस उपायुक्त दक्षिण, गुरुग्राम के निर्देशानुसार आज दिनांक 22 अप्रैल 2023 को श्री प्रियांशु दीवान सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के नेतृत्व में पुलिस जोन दक्षिण, मानेसर, पूर्व व पश्चिम में स्थित साईबर अपराध पुलिस थानों की टीमों व थाना प्रबंधक बादशाहपुर, थाना प्रबंधक सदर सोहना, थाना प्रबंधक शहर सोहना, थाना प्रबंधक सेक्टर 65 की टीमों ने थाना एरिया में विभिन्न स्थानों पर पैदल गस्त करके लोगों को साईबर अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक किया गया।
इस दौरान साईबर अपराध थाना दक्षिण की पुलिस टीम ने सैक्टर-58, 59, गांव उल्लाहवास, रामगढ़ क्षेत्र, साईबर अपराध थाना मानेसर की टीम ने स्पेयर मॉल तथा मैपसिको बिल्डिंग, पुलिस थाना साईबर अपराध पूर्व की टीम ने अमेरिकन एक्सप्रेस, वन होराइजन सेंटर, टू होरिजन सेंटर गोल्फ कोर्स रोड, गैलरिया मार्केट व व्यापार केंद्र और पुलिस थाना साईबर अपराध पश्चिम की टीम ने सेक्टर-22/23 में लोगों के बीच जाकर उनको साईबर अपराधों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया। पुलिस थाना बादशाहपुर की टीम ने वाटिका चौक से अरैरिया मॉल, पुलिस थाना सेक्टर 65 की टीम ने वर्ल्ड मार्क बिल्डिंग, कोसों पॉलिटिकल बिल्डिंग, थाना शहर सोहना की टीम ने थाना से बलौदा रोड, नागरिक अस्पताल, हाईवे रोड तथा फव्वारा चौकी के सामने, थाना सदर सोहना की टीम ने सिलानी चौक, पुलिस चौकी नीमोठ की टीम ने हरचंदपुर चौक, थाना भोंडसी की टीम ने मारुति कुंज से हाईवे 248A तक पैदल गस्त कर लोगों को साईबर अपराधों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए उनसे बचने के उपाय बताएं।
इस अभियान के दौरान पुलिस की सभी टीमों द्वारा लोगों को बताया कि गूगल पर किसी भी बैंक का कस्टमर केयर नंबर सर्च करके उससे सहायता के लिए कॉल ना करे, क्योंकि गूगल पर सर्च किया गया नम्बर साईबर ठग का हो सकता है, जिससे आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं। किसी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक की निजी जानकारी (क्रेडिट/डेबिट कार्ड डिटेल व ओटीपी इत्यादि) सांझा न करें, मोबाईल फोन पर (लोन ऑफर, कैशबैक ऑफर, बिजली बिल कम करने के लिए, लॉटरी के लिए व अन्य किसी भी लुभावने व मुनाफा देने का प्रलोभन) प्राप्त किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें तथा किसी भी अनजान व्यक्ति के द्वारा कहने पर किसी भी प्रकार की एप्लीकेशन/ऐप जैसे एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट व सिक्योरिटी रीजन से हार्मफुल एप्लिकेशन को डाऊनलोड/इंस्टाल ना करें, क्योकि साईबर ठग विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर या आपके मोबाईल फोन का एप्लिकेशन व लिंक के माध्यम से रिमोट एक्सेस लेकर अपना शिकार बनाते है।
इस दौरान पुलिस टीमों ने लोगो को साईबर ठगों द्वारा ठगी के लिए प्रयोग किए जाने वाले तरीकों, साईबर ठगी ले प्रकार, साईबर ठगों की पहचान व साईबर अपराधों के माध्यम इत्यादि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए पुलिस टीम द्वारा यह भी बताया गया कि जो लोगों साईबर ठगी का शिकार हो जाते है वो बिना देर किए तुरंत अपनी शिकायत साईबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके दर्ज कराने तथा अपने संबंधित साइबर अपराध थाना में शिकायत दे। साईबर अपराधों की जानकारी व जागरूकता ही साईबर ठगों का शिकार होने से बचा सकती है।