हाईवे निर्माण अथॉरिटी एजेंसी के अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने ली जानकारी। मारकंडा नदी प्रभावित किसान कर रहे हैं सड़क निर्माण के स्थान पर ओवरब्रिज बनाने की मांग। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 17 अप्रैल : पिछले काफी दिनों से मारकंडा नदी के तट पर बसे कुरुक्षेत्र के करीब 15 गांवों के किसान और सरपंच सड़क निर्माण के स्थान पर ओवरब्रिज बनाने की मांग कर रहे थे। प्रभावित किसान बार बार कुरुक्षेत्र के उपायुक्त एवं राज्य सरकार से उनकी समस्या का समाधान करने के लिए गुहार कर रहे थे। हरियाणा शुगर केन बोर्ड सदस्य एवं युवा जजपा नेता डा. जसविंदर खैरा तथा अखिल भारतीय मारकंडा जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि किसानों की समस्या का समाधान करने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी तथा हाईवे निर्माण अथॉरिटी एजेंसी के अधिकारी सिंचाई के अधिकारियों के साथ सोमवार को मौके का निरीक्षण करने पहुंचे। इस मौके पर हाईवे निर्माण अथॉरिटी एजेंसी के जे.ई. चंदन कुमार, तहसीलदार प्रियंका चौधरी, नायब तहसीलदार राधे श्याम, कानूनगो, पटवारी सहित सिंचाई विभाग के उपमंडल अधिकारी भी मौजूद रहे। डा. जसविंदर खैरा ने बताया कि अधिकारियों ने इस मौके पर महंत जगन्नाथ पुरी के साथ किसान सरजा सिंह, गुरनाम सिंह सैनी, नसीब सिंह, मुख्तियार सिंह, महेंद्र सिंह, सुखदेव सिंह, नाजर सिंह व कश्मीर सिंह इत्यादि से भी बात की। अधिकारियों ने किसानों से पूछा कि किसानों की क्या समस्या है और किस किस क्षेत्र के किसानों को मारकंडा नदी के पानी से नुकसान है। अधिकारियों ने किसानों से बात करने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों की जिम्मेवारी लगाई कि रिपोर्ट तैयार करें कि मारकंडा नदी के ओवरफ्लो एवं बाढ़ के पानी से फसलों को बर्बाद होने कैसे बचाया जा सकता है। डा. जसविंदर खैरा ने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों के मौके पर आने से किसानों को थोड़ी राहत मिली है और उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन किसानों की फसलों का नुकसान नहीं होने देगा। कुरुक्षेत्र के उपायुक्त शांतनु शर्मा ने भी मौके पर आने और किसानों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया हुआ है। उल्लेखनीय है कि मारकंडा नदी के ओवरफ्लो एवं बाढ़ के पानी से प्रभावित गांवों ठसका मीरां जी, सूरजगढ़, मांडी, अजमत पुर, बचगी, कैंथला, मेघा माजरा, जलबेहड़ा, दुनिया माजरा, खंजर पुर मोहम्मद शाह, श्री नगर, मांडी, पीपली माजरा इत्यादि के किसान उनकी सैंकड़ों एकड़ फसल बचाने के लिए जिला प्रशसन एवं राज्य सरकार से गुहार लगा रहे हैं। किसान लगातार प्रशासन एवं सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी से व्यवस्था ठीक करने की गुहार लगा रहे हैं। साथ सड़क के स्थान पर ओवरब्रिज बनाने की मांग कर रहे हैं। Post navigation समाज को समर्पित रहा संत बाबा मान सिंह का जीवन: ओमप्रकाश धनखड़ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने मांगे गोयल पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन आवेदन