भारत सारथी……….. एडवोकेट मुकेश कुल्थिया बाबू खान और असिस्टेंट एमसीडी कमिश्नर शाहदरा रूबल सिंह द्वारा दिन दहाड़े घरों से गाड़ियों की चोरी और डकैती के ख़िलाफ़ असिस्टेंट एमसीडी कमिश्नर और भारत मोटर्स स्क्रेपिंग एजेंसी के ख़िलाफ़ दिल्ली में FIR दर्ज। “NGT एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट ने बैन नहीं किए आज के 10 वर्ष पुराने डीजल एवं 15 वर्ष पुराने पेट्रोल वाहन।” कार, स्कूटर, ऑटो रिक्शा, ट्रेक्टर किसी भी वाहन पर ऐसी कोई पाबंदी नहीं लगाई जैसा कि एमसीडी, पुलिस और परिवहन विभाग कह रहा है। गुरुग्राम, 31 मार्च – NGT एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की गलत व्याख्या कर, NGT एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट एवं स्वयं एमसीडी के नोटिस पैरा 2 में लिखे गए आदेशों का उल्लंघन करते हुए घर घर से अच्छी कंडीशन की गाड़ियाँ उठा कर बाबू खान जैसे कबाड़ियों को दे रही है एमसीडी । चोर और डाकू जो अपराध कभी मुँह पर कपड़ा ढक कर रात के अंधेरे में किया करते थे वो अपराध अब एमसीडी दिन दहाड़े कर रही है। ग़ैरकानूनी आदेशों की बुनियाद पर, गरीब जनता की गाड़ियाँ उनके घर घर से उठा कर स्क्रेपिंग एजेंसीज को कबाड़ करने के लिए दे रही है एमसीडी । दिल्ली एमसीडी ने दिल्ली के मध्यम वर्गीय एवं निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों की रात की नींद और दिन का चैन उसी प्रकार हराम कर रखा है जिस प्रकार किसी गाँव देहात के लोगों की रात की नींद और दिन का चैन जंगली जानवरों की उपस्थिति से हराम हो जाता है। जिस प्रकार गाँव देहात में जंगली जानवर घर घर से पशुओं को उठा कर ले जाते हैं उसी प्रकार दिल्ली एमसीडी, निजी कबाड़ एजेंसियां एवं पुलिस को साथ ले कर लोगों के घर एवं गली मोहल्लों में खड़ी गाड़ियाँ ग़ैरकानूनी हथकंडों से उठा कर ले जा रही है। कुछ दिनों पहले तक इस प्रकार गाड़ियाँ उठाने से पहले एमसीडी नोटिस दिया करती थी, अब वो नोटिस देना भी बंद कर दिया है। पुलिस भी मियाँ बाबू खान जैसे कबाड़ सरगनाओं एवं एमसीडी के दबाव में है इस कारण जनता की शिकायत पर कोई करवाई नहीं कर रही। पिछली 11 मार्च 2023 को मयूर विहार निवासी चतुर सिंह के घर के बाहर एमसीडी का नोटिस चिपका हुआ मिला और उनकी 10 वर्ष पुरानी पोलो गाड़ी गायब मिली। खुद दिल्ली एमसीडी की नोटिस के पैराग्राफ दो में लिखा है कि जो कार 15 साल पुरानी होगी उसे उठा लिया जाएगा लेकिन चतुर सिंह की 10 साल पुरानी डीजल कार को उठा लिया गया । 112 नंबर पर फ़ोन करने पर पुलिस ने कहा कि कार एमसीडी द्वारा उठा ली गई है। गाड़ी के मालिक चतुर सिंह को जब कोई मदद नहीं मिली तब किसी ने उन्हें गुड़गांव निवासी एडवोकेट मुकेश कुल्थिया से संपर्क करने की सलाह दी। शिकायतकर्ता को दिल्ली पुलिस ने तो बेरंग लौटा दिया था लेकिन मामले में एडवोकेट मुकेश कुल्थिया की भूमिका शामिल होने के बाद मयूर विहार थाने ने कार चोरी होने की शिकायत लेकर उसकी रिसिविंग कॉपी चतुर सिंह को दे दी। ये शिकायत कमिश्नर दिल्ली पुलिस को भी की गई । 1 हफ्ते तक कोई कार्रवाई ना होने के बाद एडवोकेट मुकेश कुल्थिया ने ऑनलाइन FIR बाबत संख्या 008297/2023 दिनांक 18.03.2023 को दर्ज करवा दी। एडवोकेट मुकेश कुल्थिया से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि हक़ीक़त में ये मात्र कार चोरी डकैती का ही मामला नहीं है बल्कि मिडिल क्लास एवं गरीब जनता की रोजी रोटी कमाने के माध्यम वाले वाहनों को बंद कर मिडिल क्लास एवं गरीब जनता को बर्बाद कर देने की एक गहरी देशव्यापी साजिश है। NGT या सुप्रीम कोर्ट ने आज के 10 वर्ष पुराने डीजल एवं 15 वर्ष पुराने वाहन बैन नहीं किए। NGT के नाम पर झूठ फैला कर गाड़ियाँ स्क्रैप कर रहे हैं दिल्ली एमसीडी एवं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर । हक़ीक़त ये है कि निजी कबाड़ कंपनियों के साथ मिल कर इन कंपनियों को फायदा पहुंचा कर अपनी जेब गर्म करने में लगे हैं एमसीडी एवं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर। खुद दिल्ली एमसीडी की नोटिस के पैराग्राफ दो में लिखा है कि जो कार 15 साल पुरानी होगी उसे उठा लिया जाएगा लेकिन दिल्ली एमसीडी 10 साल पुरानी डीजल कार भी प्रतिदिन उठा कर निजी कबाड़ियों के हवाले कर रही है। 2019 में दिल्ली के समाचार पत्र राजधानी संदेश की दिल्ली पत्रकार गीता चौहान की कार भी इसी प्रकार उठा ली गई थी। कई महीनों तक एक महिला पत्रकार दिल्ली पुलिस और एमसीडी के धक्के खाती रही लेकिन कहीं भी उसकी सुनवाई नहीं हुई एवं आज तक उनकी कार की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। महिला पत्रकार गीता चौहान का कहना है कि वो कार उनकी मां की आखिरी निशानी थी। कुछ माह पहले किसी काम से दिल्ली गए गुड़गांव के एक पत्रकार की कार भी इसी प्रकार एमसीडी ने उठा ली थी, आज तक उस कार की भी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है। इस विषय पर सम्पर्क करने पर शाहदरा के असिस्टेंट एमसीडी कमिश्नर रूबल सिंह कोई उत्तर नही दे रहे हैं। भारत मोटर्स के मालिक का नाम बाबू खान पता चला है। चतुर सिंह और गीता चौहान को दिन दहाड़े लूट रहे हैं एमसीडी और मियाँ बाबू खान। गुड़गांव निवासी वक़ील मुकेश कुल्थिया ने इस साजिश में अन्य लोगों के शामिल होने के सबूत भी जुटाए हैं । वक़ील साहब का कहना है कि इस देशव्यापी साज़िश में पुलिस दबाव में है इसलिए एमसीडी एवं बाबू खान पर उचित करवाई करने की बजाए उनकी रक्षा कर उनके साथ खड़ी हो कर गाड़ियाँ छीनने में उनकी मदद कर रही है, अतः अब एमसीडी और बाबू खान जैसे स्क्रेपिंग एजेंसियों के मालिकों के ख़िलाफ़ माननीय न्यायालय में ही एडवोकेट मुकेश कुल्थिया आपराधिक मुकद्दमा दायर करेंगे जिसमें अन्य अधिकारी भी आरोपी बनेंगे। गुड़गांव के समाचार पत्र भारत सारथी के माध्यम से एडवोकेट मुकेश कुल्थिया ने दिल्ली की जनता से आह्वान किया है कि चतुर सिंह और गीता चौहान का साथ दें एवं चतुर सिंह और गीता चौहान की तरह एमसीडी की इस चोरी डकैती के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतरें एवं माननीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाएं नहीं तो एक एक कर सबकी गाड़ियाँ जबरन कबाड़ कर दी जाएंगी। Post navigation वर्ल्ड ऑटिज्म डे पर गुरुग्राम के गैलेरिया रोड पर होगी राहगीरी दो अप्रैल को पुलिस और नेताओं से नफरत क्यों ?