कोर्टिवा पायोनियर विधि से हाइब्रिड सरसों की बिजाई का परिणाम   
 कोरटेवा एग्रीसाइंस सीड्स प्राइवेट लिमिटेड पायोनियर के द्वारा विशेष कैंप आयोजित 
दौलताबाद में किसानों ने 455 46 हाइब्रिड सरसों को लेकर सांझा किए अनुभव 

फतह सिंह उजाला                                 

 गुरुग्राम / पटौदी । दक्षिणी हरियाणा पर हमेशा से सीड्स कंपनियों की नजर रही है। इस बेल्ट में काला सोना या फिर पीला सोना जिसे की आम भाषा में सरसों भी कहा जाता है ; मुख्य उपज अथवा पैदावार है । कंपनियां अपने-अपने सीड्स की गुणवत्ता और उसकी प्रति एकड़ अधिक से अधिक उपज या फिर पैदावार को लेकर किसानों के बीच पहुंचती रही है। 

  इसी कड़ी में कोई माने या ना माने लेकिन यह बिल्कुल कटु सत्य है कि पटौदी क्षेत्र में ही सामान्य सरसों के मुकाबले कोर्टिवा पायोनियर विधि से 455 46 हाइब्रिड सरसों की बिजाई करने वाले किसानों को सरसों की इतनी अधिक उपज अथवा झड़प प्राप्त हुई की एक बार तो उन्हें और उनके परिजनों को भरोसा करना मुश्किल हो गया। जी हां गांव दौलताबाद जोकि भारतीय सेना में सबसे कम आयु शहीद विजेंद्र कुमार के नाम से भी दुनिया भर में जाना जाता है इसी गांव में ही 1 दर्जन से अधिक किसानों के द्वारा कोर्टिवा पायोनियर विधि से 455 46 हाइब्रिड सरसों की बिजाई टेरिटरी सेल्स मैनेजर डॉ मधु सिंह तोमर क्षेत्रीय प्रतिनिधि योगेंद्र सिंह रामनिवास के द्वारा किस मौके पर दौलताबाद के सरपंच अजीत सिंह नानू खुर्द के सरपंच विनोद  बपास के सरपंच हरि ओम दौलताबाद के पूर्व सरपंच दीनदयाल दौलताबाद के नंबरदार महेंद्र सिंह खुर्द के विजेंदर सिंह नानू कला के मनीष तेल पुरी के महेश अनूप के अलावा मनोज यादव इच्छापुर नरेश यादव हंसराज नानू खुर्द के द्वारा अपने अपने खेतों में बिजाई की गई कोर्टिवा पायोनियर विधि से 455 46 हाइब्रिड सरसों और साधारण सरसों की फसल तैयार होने के बाद इसकी कटाई के बाद प्रति एकड़ औसतन वजन किया गया ।

जिसमें की मनोज यादव इच्छापुरी नरेश यादव व पास हंसराज नानू खुर्द अन्य किसानों के द्वारा आधा एकड़ में पंच सूत्री विधि खेती करने के या सरसों की बिजाई करने के बाद सामान्य सरसों के मुकाबले दोगुना सरसों की झड़प अथवा पैदावार प्राप्त हुई। इस मौके पर सरसों बीज के अधिकृत विक्रेता पुरुषोत्तम सिंगला ने किसानों का आह्वान किया कि मार्केट अथवा बाजार में आने वाले किसी भी बीज अथवा सीड्स की कंपनी के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही अधिकृत विक्रेता से बिल पर ही किसी भी फसल का बीज खरीदना चाहिए ।                                                                                                             

इस प्रकार क्षेत्र के किसानों के चेहरे पर पीले सोने की उम्मीद से अधिक पैदावार को लेकर खुशहाली देखने के लिए मिल रही है । वही कंपनी के अधिकारी टेरिटरी सेल्स मैनेजर माधव सिंह तोमर क्षेत्रीय प्रतिनिधि योगेंद्र सिंह रामनिवास ने क्षेत्र के किसानों का आह्वान किया है कि जब भी कोई कंपनी नया सीड्स मार्केट में इंट्रोड्यूस करती है । तो सबसे पहले स्थानीय विक्रेता या फिर केदारनाथ बुधराम होलसेलर से संपर्क कर उसकी पुष्टि करनी चाहिए। या फिर कंपनी के टोल फ्री नंबर और संबंधित अधिकारियों से किसी प्रकार की समस्या अथवा परेशानी होने पर किसानों को बिना किसी देर के संपर्क करना चाहिए।

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