होली व होलिका का आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्व : बोधराज सीकरी

गुरुग्राम। आज प्रातः लगभग 100 से अधिक सुशांत लोक के बुद्धिजीवी, प्रबुद्ध जन एवं समाजसेवी व्यक्तियों ने परिवार के साथ मिलकर बोधराज सीकरी के संग एक भव्य होली का आयोजन फ्लायर पार्क, सी ब्लॉक सुशांत लोक में उत्साहपूर्वक मनाया। जिसमें गानों के अलावा होली की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चर्चा हुई।

महिलाओं ने नृत्य के माध्यम से अपने प्रियतम कृष्ण को रिझाया। पुरुषों ने जलपान की व्यवस्था की। दृश्य इतना रोचक था कि लगता ही नहीं था कि आज इस प्रकार का भव्य आयोजन फ्लायर पार्क में होगा।

सभी ने एक-दूसरे पर गुलाब और गेंदे के फूल व बिना रासायनिक रंग के फूलों की पत्तियों से बनाए हुए रंग ऑर्गेनिक गुलाल का प्रयोग कर उत्साहपूर्वक होली खेली। हर्ष और उल्लास के साथ जलपान के बाद सबने बोधराज सीकरी को आशीर्वाद दिया और होली की शुभकामनाएं दी। और बहुत ही सुंदर तरीके से इस आयोजन को शिष्टाचार और अनुशासन के साथ मनाया गया।

बोधराज सीकरी ने होली और होलिका दोनों के महत्व को आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लोगों को बताया। साथ ही हर्षोल्लास के इस पुनीत पर्व होली की सभी को शुभकामनाएं दी।

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