श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और 80 साल पुरानी हिंदू एजुकेशन सोसाइटी कश्मीर के बीच हुआ एमओयू जम्मू-कश्मीर में कौशल के माध्यम से रोजगार के नए अवसर पैदा करने की कवायद, हजारों विद्यार्थियों को कुशल बनाने का लक्ष्य गुरुग्राम,16 फरवरी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और हिंदू एजुकेशन सोसाइटी कश्मीर के बीच एक ऐतिहासिक करार हुआ है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सहयोग से 80 साल पुरानी हिंदू एजुकेशन सोसाइटी हिंदू एजुकेशन सोसाइटी कश्मीरमें शॉर्ट टर्म कोर्स चलाए जाएंगे। इस एमओयू के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में स्किल एजुकेशन और रोजगार के नए रास्ते खोलने की दिशा में महत्वपूर्ण काम होगा। जम्मू कश्मीर के हजारों युवाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें रोजगार के साथ जोड़ा जाएगा। इसको सिरे चढ़ाने के लिए जम्मू-कश्मीर की फैकल्टी को प्रशिक्षण देकर स्किल एजुकेशन के साथ उनका तारतम्य बनाया जाएगा। हिंदू एजुकेशन सोसाइटी जम्मू एवं कश्मीर की सबसे पुरानी शिक्षा समितियों में से एक है। यह समिति श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सहयोग से अब जम्मू-कश्मीर में स्किल एजुकेशन और रोजगार पर बड़े पैमाने पर काम करेगी। बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू की उपस्थिति में कुलसचिव प्रो. आर.एस. राठौड़ और हिंदू एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो. बीएल जुत्शी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। हिंदू एजुकेशन सोसाइटी कश्मीर देश की आजादी से पहले अस्तित्व में आई और जम्मू एवं कश्मीर में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया। सोसायटी द्वारा संचालित गांधी मेमोरियल कॉलेज ने देश को कई बड़ी हस्तियां दी हैं। सोसाइटी ने समय की जरूरत को देखते हुए अब कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने की पहल की है। इसी कड़ी में देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ एक एमओयू साइन किया है। यह एक सुखद संयोग ही है जब हिंदू एजुकेशन सोसाइट कश्मीर के अध्यक्ष प्रो. बीएल जुत्शी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ यह एमओयू साइन कर रहे थे, उनके छात्र रहे श्री राज नेहरू कुलपति के रूप में उनके सामने खड़े थे। श्री बीएल जुत्शी ने अत्यंत भावुकता के साथ कहा कि हमारी एजुकेशन सोसायटी ने समाज को जो दिया है, श्री राज नेहरू उसका एक अनुपम उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि अपने विद्यार्थी को एक कुलपति के रूप में पाकर और उनके ही विश्वविद्यालय के साथ यह एमओयू करते हुए मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है। इसके लिए उन्होंने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू एवं कुलसचिव प्रो. आर.एस. राठौड़ की सराहना की। श्री जुत्शी ने कहा कि इस पहल से पूरे जम्मू एवं कश्मीर के हजारों विद्यार्थियों को फायदा होगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि हम देश के सभी राज्यों में कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में तत्पर हैं। इसी क्रम में जम्मू एवं कश्मीर की सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक हिंदू एजुकेशन सोसायटी कश्मीर के साथ एमओयू साइन किया है। इस कवायद से जम्मू- कश्मीर में स्किल एजुकेशन और स्वरोजगार के प्रति एक अच्छा वातावरण तैयार होगा। हिंदू एजुकेशन सोसायटी कश्मीर के साथ श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का यह एमओयू जम्मू कश्मीर के युवाओं के करियर के लिए बेहद निर्णायक साबित होगा। जम्मू कश्मीर के तकनीकी शिक्षा से जुड़े शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें और अधिक कुशल बनाया जाएगा। साथ ही इसके माध्यम से जम्मू कश्मीर के संस्थानों और युवाओं को इंडस्ट्री के साथ मजबूती से जोड़ा जाएगा ताकि वह रोजगार के नए अवसरों का फायदा उठा सकें। श्री नेहरू ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए वहां पर 5 शॉर्ट टर्म कोर्स चलाए जाएंगे। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि जम्मू- कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए हमने अपने विश्वविद्यालय में सभी कोर्स में दो-दो सीटें भी आरक्षित की हैं। वहां के विद्यार्थी यहां आकर नियमित रूप से भी कोर्स कर सकते हैं। इस मौके पर उन्होंने अपने शिक्षक रहे श्री बीएल जुत्शी के साथ अपने यादगार अनुभव भी साझा किए। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आर.एस. राठौड़ ने कहा कि इस एमओयू के अंतर्गत गांधी मेमोरियल कॉलेज के माध्यम से जम्मू डिविजन में कौशल शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय शॉर्ट टर्म प्रोग्राम को लागू करने में अपनी भूमिका निभाएगा। इन शॉर्ट टर्म प्रोग्राम में योग, अकाउंटिंग एंड फाइनेंस, रिटेल व टेली सहित पांच कोर्स करवाए जाएंगे। विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल ने बताया कि इन शॉर्ट टर्म कोर्स को लागू करने में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अपना हर प्रकार का सहयोग सुनिश्चित करेगा। कोर्स के डिजाइन से लेकर पाठ्यक्रम पर शिक्षकों के प्रशिक्षण और मूल्यांकन व प्रमाणन का काम श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से किया जाएगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक प्रो. ज्योति राणा, इंडस्ट्री इंटीग्रेशन के संयुक्त निदेशक विनीत सूरी, स्किल इनोवेटर्स फाउंडेशन के संयुक्त निदेशक अम्मार खान, एसीडी के बिजनेस हेड सरोज मिश्रा, कुलपति के ओएसडी संजीव तायल, सहायक कुलसचिव शिखा गुप्ता व ईशा वारिकु भी मौजूद थे। Post navigation सड़क सुरक्षा सलाहकार समिति की मासिक बैठक एडीसी की अध्यक्षता में आयोजित, एजेंडावार बिंदुओ पर की गई समीक्षा हमारी सरकार ने हर महापुरुष को दिया है सम्मान: सुधीर सिंगला