– संबंधित एजेंसी को स्थानीय आरडब्ल्यूए या नगर निगम गुरूग्राम द्वारा स्थानीय नागरिकों की गठित कमेटी से लेना होगा संतुष्टि-पत्र
– सभी कार्यकारी अभियंता यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र में जलभराव की समस्या के समाधान संबंधी सभी व्यवस्थाएं की गई हैं पुख्ता, जलभराव होने की स्थिति में संबंधित पर होगी कार्रवाई
– नगर निगम गुरूग्राम, जीएमडीए व एनएचएआई की संयुक्त टीमें करेंगी पूर्व निरीक्षण तथा संयुक्त कार्रवाई

गुरूग्राम, 10 फरवरी। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त पीसी मीणा ने कहा कि स्ट्रॉम वाटर डे्रेनेज सफाई कार्य की निगरानी प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाया जाएगा। इसके लिए स्थानीय आरडब्लयूए तथा नगर निगम गुरूग्राम द्वारा स्थानीय नागरिकों की गठित कमेटी की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी तथा ड्रेनेज सफाई करने वाली एजेंसी को आरडब्ल्यूए या कमेटी से संतुष्टि-पत्र लेना अनिवार्य किया जाएगा।

निगमायुक्त ने शुक्रवार को उक्त निर्देश इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकारी अभियंता स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज की सफाई से संबंधित एस्टीमेट व टैंडर प्रक्रिया मार्च तक पूरी कर लें, ताकि अप्रैल माह में ड्रेनेज सफाई का कार्य शुरू किया जा सके। सभी कार्यकारी अभियंता यह भी सुनिश्चित करेंगे कि जलभराव की समस्या के समाधान संबंधी सभी व्यवस्थाएं पुख्ता कर ली गई हैं। अगर इसके बावजूद भी जलभराव होता है, तो संबंधित कार्यकारी अभियंता के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसी प्रकार, ड्रेनेज सफाई करने वाली एजेंसी भी अगर कार्य में कोताही बरतती है, तो उस पर भारी जुर्माना लगाने के साथ ही उसे ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई होगी।

जीएमडीए, एमसीजी व एनएचएआई की संयुक्त टीम करेगी पूर्व निरीक्षण : निगमायुक्त ने कहा कि जलभराव से संबंधित क्षेत्रों का गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण, नगर निगम गुरूग्राम व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की संयुक्त टीम पूर्व निरीक्षण करेगी तथा अपनी-अपनी जिम्मेदारी अनुसार वहां पर समाधान के उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जलभराव की समस्या के समाधान के लिए संयुक्त रूप से कार्य किया जाएगा, ताकि किसी भी क्षेत्र में परेशानी ना हो।

मैनपावर व मशीनरी के करें पुख्ता प्रबंध : नगर निगम आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि बरसात के समय लगाई जाने वाली मैनपावर व मशीनरी के पुख्ता प्रबंध बरसात आने से पूर्व ही कर लिए जाएं। इसके लिए आवश्यक टैंडर व वर्क अलॉटमैंट प्रक्रिया अभी से ही कर लें। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि जिन स्थानों पर मैनपावर व मशीनरी लगाई जाएगी, वो अपनी पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करें।

रेनवाटर हारवैस्टिंग सिस्टमों को करवाएं चालू : निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौजूदा रेनवाटर हारवैस्टिंग सिस्टमों की सफाई आदि करवाकर उन्हें बरसात आने से पूर्व चालू करवाएं। उन्होंने रेनवाटर हारवैस्टिंग के यूनिक नंबर सहित सूची बनाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही फिजीबिलिटी अनुसार नए रेनवाटर हारवैस्टिंग बनाने की दिशा में भी कार्य शुरू करवाएं। इसके लिए एजेंसियों को एम्पैनल किया जाए।

बैठक में चीफ इंजीनियर राधेश्याम शर्मा, कार्यकारी अभियंता गोपाल कलावत, नरेन्द्र सुहाग व मनोज कुमार, सहायक अभियंता संजोग शर्मा, हितेश दहिया व आरके मोंगिया उपस्थित थे।