हरियाणा बॉर्डर तक का हिस्सा अब देखेंगे रेवाड़ी परियोजना निदेशक
हरियाणा का भाग जयपुर पीडी के पास होने के चलते परियोजना में हो रही थी देरी

गुरुग्राम । केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की मांग पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर मुहर लगाते हुए दिल्ली- जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के गुरुग्राम के खेड़की दौला से हरियाणा बॉर्डर बावल तक के हिस्से को परियोजना निदेशक (पीडी ) रेवाड़ी को सौंपने के निर्देश दिए हैं। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों में एनएचएआई के रेवाड़ी परियोजना निदेशक को कहा गया है कि लंबित परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जाए। गुरुग्राम के खेड़की दौला से हरियाणा बॉर्डर बावल तक का हिस्सा अभी तक एनएचएआई की ओर से जयपुर के परियोजना निदेशक ( पी डी ) देख रहे थे। पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने मुद्दा उठाते हुए कहा था कि जयपुर परियोजना निदेशक का कार्यक्षेत्र बड़ा होने के कारण गुरुग्राम से हरियाणा बॉर्डर तक के हिस्से की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। राव ने गडकरी से मांग करते हुए कहा था कि गुरुग्राम के खेड़की दौला से हरियाणा बॉर्डर तक के हिस्से को रेवाड़ी परियोजना निदेशक के अंतर्गत किया जाए ताकि कार्यों को तेज गति से पूरा किया जा सके और योजनाओं को मंजूरी मिलने में देरी ना हो। बैठक के बाद गडकरी ने पिछले दिनों मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राव की मांग पर मुहर लगाई जाए और गुरुग्राम से हरियाणा बॉर्डर बावल तक के हिस्से को रेवाड़ी परियोजना निदेशक को सौंप दिया जाए। 18 जनवरी को इस संबंध में मंत्रालय की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

गौरतलब है कि जयपुर परियोजना निदेशक का कार्यक्षेत्र बड़ा होने के चलते अनेकों बार केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की घोषणाओं को पूरा करने में भी देरी हो रही थी। गत मार्च में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पचगांव अशोक पर आयोजित जनसभा में मानेसर एलिवेटेड फ्लाईओवर, बिलासपुर चौक फ्लाईओवर , बावल चौक फ्लाईओवर सहित अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। दूसरी ओर गुरुग्राम से हरियाणा के हिस्से बावल बॉर्डर तक नेशनल हाईवे की हालत खस्ता है और अनेक स्थानों पर सड़क की दशा बहुत खराब है। गडकरी ने मार्च में गुड़गांव के खेड़की दौला से हरियाणा बॉर्डर तक वे आगे जयपुर तक दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे की रिकॉरपेटिंग का शिलान्यास किया था जिसका कार्य भी काफी देरी से शुरू हुआ। दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे की रिकारपेटिंग व अन्य परियोजनाओं में देरी के चलते पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत ने दिल्ली में केंद्रीय गडकरी के साथ बैठक कर योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की थी। उन्होंने गडकरी के समक्ष योजना में देरी का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि जयपुर के परियोजना निदेशक कार्य पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे पा रहे हैं उनका कार्यक्षेत्र बड़ा है , इसलिए योजनाओं को पूरा करने के लिए रेवाड़ी परियोजना निदेशक को हरियाणा बॉर्डर तक के क्षेत्र का हिस्सा सौंप दिया जाए।

दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे की रिकॉरपेटिंग का कार्य शुरू हो चुका है और हरियाणा बॉर्डर से बावल चौक तक कार्य पूरा भी कर लिया गया है ।कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए दिशा निर्देश मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से दिए गए हैं। वायु प्रदूषण के चलते एनजीटी की ओर से जारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए सड़क सुधारीकरण का टेंडर लेने वाली कंपनी को अपना प्लांट स्थापित करने के लिए राजस्थान का रुख करना पड़ा जिसके चलते इस कार्य में देरी हो गई।

मानेसर एलिवेटेड फ्लावर का कार्य शुरू करने के लिए कंपनी ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। निर्माण कार्य शुरू करने से पहले कंपनी ने यातायात को सुचारू चलाने के लिए सर्विस लेन के सुधारीकरण अतिक्रमण को हटाने का कार्य शुरू कर दिया है। यातायात के भारी दबाव को देखते हुए मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से निर्णय लिया गया कि मानेसर एलिवेटेड कार्य शुरू करने व पिल्लर खड़े करने के बाद ही बिलासपुर चौक फ्लाईओवर का कार्य शुरू किया जाएगा ताकि यातायात जाम की समस्या से लोगों को जुझना न पड़े। कापड़ीवास चौक फ्लाईओवर का कार्य शुरू हो चुका है और निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कापड़ीवास चौक फ्लाईओवर के निर्माण के साथी धारूहेड़ा से भिवाड़ी जाने वाले बाईपास का कार्य भी प्रगति पर है।
गडकरी के साथ बैठक में हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज कादीपुर चौक तक रोड का एलिवेटेड बनाने पर सहमति बनी थी जिसको लेकर एनएचएआई अधिकारियों की ओर से तकनीकी सर्वे किया जा रहा है और जीएमडीए को पत्र लिखकर पब्लिक सुविधाओं को जल्द से जल्द शिफ्ट करने अनुरोध किया गया है।

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