गुरुग्राम, 18 जनवरी। हरियाणा के कद्दावर नेता एवं पूर्व शिक्षा मंत्री व नेहरा खाप के प्रधान चौधरी जगदीश नेहरा (84) के बुधवार को हुए निधन से हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व उत्तरप्रदेश में गहरा शोक व्याप्त हो गया है। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका उपचार हिसार के एक निजी अस्पताल में चल रहा था जहां उन्होंने बुधवार सुबह 8 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन से समस्त नेहरा खाप और नेहरा खाप ट्रस्ट स्तब्ध है। जगदीश नेहरा का निधन केवल नेहरा खाप की नहीं बल्कि पूरे समाज की अपूर्णीय क्षति है। किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है कि नेहरा अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन पर नेहरा खाप के कर्नल डीवी नेहरा, बलवीर सिंह नेहरा, शिवकरण नेहरा, धर्मबीर नेहरा, कर्नल ओपी नेहरा, सुलोचना नेहरा, सतबीर नेहरा, अमित नेहरा, रामफूल नेहरा, सुरेश नेहरा, जगमाल नेहरा, एनके नेहरा, पवन नेहरा, डॉ धर्मबीर नेहरा, प्रदीप नेहरा, विजेन्द्र नेहरा, एलस्टन नेहरा, कैलाश नेहरा, दीपक नेहरा, मुकुंदाराम नेहरा, ओमप्रकाश नेहरा, रघुनाथ नेहरा, संदीप नेहरा, शमशेर नेहरा, कैलाश नेहरा, वजीर नेहरा, कुलवंत नेहरा, वेदपाल नेहरा, कुलवंत नेहरा, बलवान नेहरा, श्रीनिवास नेहरा, रघुनाथ नेहरा, लिच्छिराम राम नेहरा, जगत सिंह नेहरा, दिलबाग सिंह नेहरा व सागरदीप सिंह नेहरा समेत हजारों नेहरा गौत्रीय लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। जगदीश नेहरा नेहरा खाप और नेहरा खाप ट्रस्ट दोनों संस्थाओं के आजीवन अध्यक्ष रहे। इन दोनों संस्थाओं के माध्यम से उन्होंने समाज सुधार के अनेक कार्य किये। उनके निधन से नेहरा समाज का चमकता सूर्य अस्त हो गया है। इसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। सभी ने कहा है कि जगदीश नेहरा ने हमेशा किसान वर्ग के हितों व जनसेवा को सर्वोपरि रखा। उनकी कमी हमेशा खलेगी। बेहद दुखद बात यह भी है कि बीते वर्ष मई माह में उनके बड़े पुत्र सुरेंद्र नेहरा का भी निधन हो गया था। गौरतलब है कि पूर्व मंत्री चौधरी जगदीश नेहरा का जन्म 5 जुलाई, 1939 में राजस्थान के श्री गंगानगर के गांव भाखरां वाली में हुआ था। वे बचपन से ही प्रखर प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने बीए, एलएलबी, एमएमसी तक की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपनी शिक्षा ग्रामोत्थान विद्यापीठ संगरिया, बिरला आर्ट्स कॉलेज पिलानी, डीएवी कॉलेज जालंधर, नेशनल कॉलेज सिरसा, दिल्ली विश्वविद्यालय पूरी की। वे दो बार रोड़़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए और दोनों बार हरियाणा सरकार में 10 वर्षों तक मंत्री रहे। उन्होंने मंत्री रहते हुए शिक्षा, जनस्वास्थ्य, पशुपालन एवं डेयरी विकास, सिंचाई व संसदीय कार्य विभागों का कार्यभार संभाला। जगदीश नेहरा की शिक्षा के प्रति विशेष रूचि रही। उनके द्वारा मेरी विदेश यात्रा, मेरी यूरोप व अमेरिका यात्रा, मेरी पाक यात्रा, कोरिया यात्रा, यादों के झरोखे से नामक पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। नेहरा खाप और नेहरा खाप ट्रस्ट दुख की इस घड़ी में जगदीश नेहरा के परिवार के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं । Post navigation रेरा गुरुग्राम ने सेक्टर 37सी स्थित आईएलडी ग्रांड के प्रोमोटर को दिया आदेश कि वो आवंटी को ब्याज सहित पूरी राशि वापस करे सीएचसी फरुखनगर में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और मरीजों ने किया सूर्य नमस्कार