– दस लाख तक की आबादी वाले 423 शहरों में गुरूग्राम है शामिल, स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में 19वीं रैंक की थी हासिल – स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में हैं 9500 अंक, जिनमें सर्विस लेवल प्रोग्रैस के लिए 4525 अंक, सर्टिफिकेशन के लिए 2500 अंक तथा सिटीजन वॉईस के लिए 2475 अंक किए गए हैं निर्धारित गुरूग्राम, 11 जनवरी। केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इस बार नगर निगम गुरूग्राम का लक्ष्य है कि टॉप-10 स्वच्छ शहरों की सूची में गुरूग्राम का नाम शामिल हो। इसके लिए निगम प्रशासन पूरी तरह से जुटा हुआ है। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त पीसी मीणा ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में 10 लाख तक की आबादी वाले 423 शहरों में गुरूग्राम शामिल है तथा गत वर्ष अर्थात स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में गुरूग्राम ने 423 शहरों में 19वीं रैंक हासिल की थी। उन्हें विश्वास है कि पूर्व की भांति गुरूग्राम के नागरिकों के भरपूर सहयोग के साथ गुरूग्राम स्वच्छता की लंबी छलांग लगाएगा तथा टॉप-10 स्वच्छ शहरों की सूची में बेहतर पायदान हासिल करेगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के लिए कुल 9500 अंक निर्धारित किए गए हैं, जिनमें सर्विस लेवल प्रोग्रैस के लिए 4525 अंक, सर्टिफिकेशन के लिए 2500 अंक तथा सिटीजन वॉईस के लिए 2475 अंक शामिल हैं। सर्टिफिकेशन में गुरूग्राम को पहले से ही ओडीएफ प्लस प्लस सर्टिफिकेट हासिल है तथा गारबेज फ्री सिटी के लिए इस बार 5 स्टार रैंकिंग के लिए आवेदन किया गया है। गुरूग्राम के नागरिकों से आह्वान करते हुए निगमायुक्त ने कहा कि स्वच्छता के इस महायज्ञ में सभी की आहुति का होना बहुत ही जरूरी है। नागरिकों को इसमें अपना भरपूर सहयोग देना है। इसके लिए अपने घरों में कचरे को अलग-अलग करना, प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग बन्द करना, स्वच्छता एप का अधिक से अधिक उपयोग करना तथा जीरो वेस्ट इवैंट आयोजित करना शामिल है। नागरिक ना तो स्वयं इधर-उधर कचरा फैलाएं और ना ही दूसरों को फैलाने दें। यह शहर हम सभी का है तथा इसे स्वच्छ, सुंदर एवं बेहतर बनाने की जिम्मेदारी भी हम सभी की है। अगर कोई व्यक्ति इधर-उधर कचरा फैलाता है या प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग करता है, तो उसे ऐसा करने से रोकें। इसके साथ ही स्वयं भी कचरे को गीले, सूखे व घरेलू हानिकारक कचरे की श्रेणियों में अलग-अलग करें तथा दूसरों को भी इस बारे में प्रेरित करें। गीले कचरे से खाद तैयार करके उसका उपयोग पौधों में करें और शहर को हरा-भरा बनाने में भी अपना योगदान दें। Post navigation ठंड में ठिठुरते बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं को नवकल्प का मिला सहारा केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने जताई गुरूग्राम में गिरते भू-जल पर चिंता