“मैं चाहता हूं कि बढ़िया इलाज बच्चों को मिल सके, बच्चे स्वस्थ पैदा हो और वह स्वस्थ रहें और स्वस्थ ही जीवन जी सकें”- अनिल विज

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने किया सिविल अस्पताल अम्बाला छावनी में पीजीआई चंडीगढ़ के सहयोग से मनोरोग विशेषज्ञ ओपीडी और टेलीमेंटल हेल्थ सर्विस का शुभारंभ

सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री ने स्वयं डॉक्टर को उनकी सीट पर बिठाकर ओपीडी की शुरूआत कराई

प्रत्येक बुधवार को पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के डॉक्टरों के माध्यम से ओपीडी संचालित की जाएगी- विज

अम्बाला, 21 दिसम्बर – हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के साथ जल्द ही बच्चों के बढ़िया ईलाज के लिए एक समझौता किया जाएगा जिसके तहत बच्चों के स्वास्थ्य और स्वास्थ्य संबंधित इलाज में आसानी होगी। उन्होंने बताया कि वे चाहते हैं कि बढ़िया इलाज बच्चों को मिल सके, बच्चे स्वस्थ पैदा हो और वह स्वस्थ रहें और स्वस्थ ही जीवन जी सकें, इसलिए यह समझौता किया जाएगा।  

श्री विज आज प्रात: सिविल अस्पताल अम्बाला छावनी में पीजीआई चंडीगढ़ के सहयोग से मनोरोग विशेषज्ञ ओपीडी और टेलीमेंटल हेल्थ सर्विस के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बुधवार को यहां पर पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के डॉक्टरों के माध्यम से ओपीडी संचालित की जाएगी। यह डॉक्टर टेलीमेंटल के जरिए सारे हरियाणा को ट्रेनिंग देने का भी काम करेंगे और ओपीडी के साथ-साथ मरीजों को अपनी सेवाएं भी प्रदान करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वयं डॉक्टर को उनकी सीट पर बिठाकर ओपीडी सेवाओं की शुरूआत की

50 बिस्तर का क्रिटिकल केयर सेंटर भी बनाया जाएगा- विज

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सिविल अस्पताल के परिसर में एक धर्मशाला भी बनाई जा रही है ताकि मरीजों के साथ आने वाले लोगों को सुविधाएं मिल सके। इसके अलावा, यहां पर एक 50 बिस्तर का क्रिटिकल केयर सेंटर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा, न्यूक्लियर मेडिसिन पर भी जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा और अंबाला छावनी  में स्पाइनल इंजरी सेंटर भी बनाया जाएगा।

हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को देने के लिए हो रही है मैपिंग-विज

उन्होंने कहा कि हम हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को देने के लिए मैपिंग करवाने जा रहे हैं और इसके टेंडर शुरू हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पहले मांग के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर दिया जाता था लेकिन वे चाहते हैं कि अब जरूरत के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जाए। उन्होंने बताया कि मैपिंग की 3 महीने में रिपोर्ट आ जाएगी और केंद्र सरकार ने हमें मैपिंग करवाने के लिए एक करोड़ रुपए की राशि भी उपलब्ध करवाई है।

ई – उपचार की सुविधा भी शुर, अब तक 55 हॉस्पिटलों को जोड़ा जा चुका, पीएचसी स्तर तक होगा विस्तार – विज

श्री विज ने कहा कि हमने हाल ही में ई – उपचार की सुविधा भी शुरू की है जिसके तहत अब तक 55 हॉस्पिटलों को जोड़ा जा चुका है और वे चाहते हैं कि पीएचसी लेवल तक इसे जोड़ा जाए, इसके लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा, ई – उपचार का एक चैनल हम जल्द ही पीजीआई चंडीगढ़ को भी देने जा रहे हैं जिसके तहत सारी जानकारी उनको ई – उपचार के माध्यम से मिल पाएगी ताकि वह आने वाले मरीज के लिए तैयार रह सके और उसे सुविधा देने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त कर सकें। उन्होंने बताया कि पीजीआई में गंभीर मामलों ही भेजे जाने चाहिए तथा बाकी इलाज राज्य के सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होना चाहिए ताकि लोगों को पीजीआई में लाइन में लगना न पड़े और वहां पर केवल क्रिटिकल के मामलों का ही इलाज हो।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मेंटल हेल्थ के अंदर प्रत्येक 8 में से एक व्यक्ति ग्रसित-विज

श्री विज ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मेंटल हेल्थ के अंदर प्रत्येक 8 में से एक व्यक्ति ग्रसित है और व्यक्ति इस बीमारी को हल्के में लेता है। इस बीमारी का शरीर पर अन्य बीमारी की तरह असर होता है क्योंकि इस बीमारी के इलाज के लिए मरीज डॉक्टर के पास कम जाता है और पर्याप्त अनुभवी डॉक्टर ना होने की वजह से भी मरीजों को उपचार नहीं मिल पाता है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में कोविड खत्म हुआ है और कॉविड खत्म होने के बाद इस बीमारी के बहुत से प्रभाव देखने को मिल रहे हैं, उनमें से एक प्रभाव मेंटल हेल्थ से संबंधित भी है जिसमें एंजाइटी, डिप्रेशन का बढ़ जाना पाया गया है। उन्होंने कहा कि जब कोविड की दूसरी लहर चल रही थी तो उस समय जाने-माने गायक बी पराग से उन्होंने आग्रह किया था कि वह लोगों में हो रही निराशा और डिप्रेशन को कम करने के लिए कोई एक गीत बनाएं ताकि लोगों को बूस्ट किया जा सके। उन्होंने कहा कि उस समय हमारे चारों तरफ निराशा और डिप्रेशन और अखबार तथा टेलीविजन के माध्यम से देखने को मिल रही थी, लोग घबराए हुए थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही गीत जारी होगा और हम लोग इस लड़ाई को हौसले के साथ लड़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह सुविधा अंबाला सिविल अस्पताल में शुरू की गई है जिसका लाभ पूरे हरियाणा के लोगों को यहां से मिल पाएगा। इसके अलावा, जल्द ही इसमें और विस्तार भी किया जायेगा।

अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में सब सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश-विज

श्री विज ने कहा कि आज अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में सब सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश की गई है। पहले इस हॉस्पिटल में 152 की ओपीडी हुआ करती थी जो अब बढ़कर 3000 की ओपीडी हो गई है। यहां हर बीमारी के इलाज का डॉक्टर उपलब्ध है जबकि कभी यहां पर एक टूटी हुई एक्स-रे की मशीन हुआ करती थी लेकिन अब यहां पर सीटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड और कैंसर के एक्सरे मशीन भी है। इसके अलावा, कैंसर हॉस्पिटल भी यहां पर खोला गया है जिसमें नवीनतम आधुनिक मशीनें रखी गई है और अभी हाल ही में एक ऑंकोलॉजी के सर्जन ने भी इस हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में अब तक 10000 से अधिक मरीजों को देखा जा चुका है।

हम चाहते हैं कि प्रत्येक हरियाणवी को किसी भी बीमारी के इलाज के लिए हरियाणा से बाहर ना जाना पड़े-विज

उन्होंने बताया कि हम चाहते हैं कि प्रत्येक हरियाणवी को किसी भी बीमारी के इलाज के लिए हरियाणा से बाहर ना जाना पड़े, उसको हरियाणा के अंदर ही सभी बीमारियों की सुविधाएं मिल सकें और हमें किसी भी मरीज को रेफर ना करना पड़े । इसलिए इस कड़ी में राज्य के प्रत्येक अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में सुविधाएं प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने हर व्यक्ति और प्रत्येक हरियाणवी को स्वास्थ्य सुविधाएं देनी है इसलिए हम लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार कर रहे हैं।

हरियाणा में 17 सीटी स्कैन की मशीन, प्रत्येक जिला में डायलिसिस सेंटर और राज्य के चार स्थानों पर कैथलैब को संचालित-विज

श्री विज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज हरियाणा में 17 स्थानों पर सीटी स्कैन की मशीन संचालित है, प्रत्येक जिला में डायलिसिस सेंटर संचालित है और राज्य के चार स्थानों पर कैथलैब को संचालित किया जा रहा है। अंबाला छावनी में स्थापित कैथ लैब के तहत पिछले 3 सालों में 11000 से अधिक स्टंट डाले जा चुके हैं।

इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉक्टर सोनिया त्रिखा खुल्लर, चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर से निदेशक डॉक्टर विपिन कौशल, स्वास्थ्य निदेशक आरएस पुनिया और अंबाला के सिविल सर्जन डॉक्टर कुलदीप भी उपस्थित थे।

स्वास्थ्य मंत्री की बदौलत हरियाणा में उठाया गया बेहतर कदम : डा. विपिन कौशल

पत्रकारों से बातचीत के दौरान पीजीआई के निदेशक डॉक्टर विपिन कौशल ने बताया कि आज बहुत ही अच्छा दिन है कि पीजीआई के साथ हरियाणा की स्वास्थ्य सेवाओं में मेंटल हेल्थ को जोड़ा गया है, आज जो ओपीडी खोली गई है उसमें पीजीआई के डॉक्टर आएंगे और पूरा सहयोग देंगे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की बदौलत यह बेहतर कदम उठाया गया है उसका भविष्य में मरीजों को पूरा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि रेफरल सिस्टम बनाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है और पीजीआई की ओर से पूरा सहयोग दिया जा रहा है। इससे पीजीआई पर लोड कम होगा और सही ईलाज मिलेगा। हरियाणा स्वास्थ्य सेवाओं की ओर से पूरा सहयोग दिया जा रहा है और कई बेहतर कदम उठाए जा रहे हैं। हम चंडीगढ़ बैठे-बैठे ही देखते हैं कि कितनी अच्छी सेवाएं हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदान की जा रही हैं जिससे रेफरल केस भी कम हो रहे हैं। आज के दिन अम्बाला छावनी में मनोरोग एवं टेलीमेंटल हेल्थ सर्विस की शुरूआत हुई है यह हरियाणावासियों के लिए बेहतर है। पीजीआई की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा।

देश को तोड़ना तो कांग्रेस के डीएनए में : गृह मंत्री अनिल विज

वहीं, पत्रकारों से बातचीत करते हुए गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राहुल गांधी के हर शब्द से नफरत की बू आती है, जब उन्होंने यात्रा शुरू की थी और पहला टवीट करके कहा था कि ‘बस 145 दिन और’ उन्होंने अपने टविटर पर जलती हुई निक्कर लगाई थी, जिसका मतलब है कि 145 दिनों के बाद आप सारे देश में आग लगा दोगे। इसके बाद इन्होंने चीन के साथ झड़प पर भारतीय सैनिकों को शाबासी देने के बजाए उनकी बहादुरी पर प्रश्नचिन्ह लगाया जो कोई भी देशभक्त स्वीकार नहीं कर सकता। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि देश को तोड़ना तो कांग्रेस के डीएनए में है। जब आजादी मिली तब इन्होंने देश का विभाजन किया, 1984 में सिख दंगे कराकर हजारों लोगों को मरवाया। इनके चेहरे पर जो देश तोड़ने का दाग लगा है यह उस दाग को मिटाने के लिए यात्रा का ढोंग कर रहे हैं।  

श्री विज ने कहा कि यह गुजरात में प्रवेश नहीं कर सके, वहां जाकर यह देखते ही वहां पीएम नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए कितनी जनता आती है। नार्थ-ईस्ट में जब तक कांग्रेस रही वहां यह गए नहीं और वहां विकास की एक ईंट नहीं लगाई गई। आज पीएम नरेंद्र मोदी जब वहां जाते हैं तो पूरा नार्थ-ईस्ट इकट्‌ठा हो जाता है।

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