प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सहयोग से किया गया कार्यक्रम का आयोजन गुरुग्राम: 20 दिसंबर 2022 – गुरुग्राम पुलिस आयुक्त श्रीमती कला रामचंद्रन के मार्गदर्शन में आज पुलिस लाइन गुरुग्राम में तनाव प्रबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुलिस प्रशासन कर्मचारियों के बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लगातार प्रयासरत है। इस कार्यक्रम में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की तरफ से अध्यात्मिक गुरु बहन शिवानी ने बताया कि तनाव किसी दबाव को सहन करने की हमारी आंतरिक क्षमता पर निर्भर करता है। हमारी आंतरिक शक्ति जितनी अधिक मजबूत होगी तनाव उतना ही कम होगा और हमारी आंतरिक शक्ति बढ़ने पर प्रेशर तनाव नहीं बन पाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य समाज में बढ़ती बुराइयों और अपराधों से लड़ना है और पीड़ित व्यक्तियों को न्याय और सुरक्षा प्रदान करना होता है। इन सामाजिक बुराइयों और अपराधों की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पुलिस कर्मचारियों के मन को प्रभावित करता है जिस वजह से आंतरिक शक्ति कमजोर होने लगती है और तनाव का कारण बनती है। पुलिस कर्मचारीयों की निश्चित दिनचर्या का ना होना, ड्यूटी और पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ सामंजस्य ना बिठा पाने के कारण दबाव महसूस करते हैं। इन चुनौतियों से निपटने के लिए हमें अपने मानसिक बल को बढ़ाने की जरूरत है।उन्होंने बताया कि जीवन शैली का मतलब केवल खाने-पीने या सोने से नहीं है। लाइफस्टाइल का मतलब है कि हम क्या सोचते हैं, क्या पढ़ते हैं। हमारे कार्य भी हमारे मन को प्रभावित करते हैं। उन्होंने अपनी दिनचर्या में योग-व्यायाम, ध्यान लगाना और सात्विक भोजन को ग्रहण करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि अगर मन शांत, स्थिर और खुशहाल होगा तो काम करने की शक्ति बढ़ेगी और हमारा मानसिक संतुलन भी बढ़ेगा जिससे चाहे कितना भी दबाव हो वह तनाव नहीं बन पाएगा। फिर उन्होंने मन की शक्ति को बढ़ाने के तरीके बताए। उन्होंने बताया कि आंतरिक शक्ति बढ़ाने के लिए गहरी नींद बहुत जरूरी है चाहे वह कम समय के लिए ही क्यों ना हो। जो हम देखते हैं, सुनते हैं, पढ़ते हैं, और बोलते हैं उसका हमारे मन की शक्ति पर सीधा असर पड़ता है। अगर हम सकारात्मक चीजें सोचेंगे तो उसका सकारात्मक प्रभाव हमारे मन की शक्ति पर पड़ेगा और हमारी आंतरिक शक्ति बढ़ेगी इसलिए सोने से पहले सकारात्मक चीजें देखना या पढ़ना बहुत जरूरी है। मनोरंजन के नाम पर मन पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले मनोरंजन सामग्री से बचना चाहिए। रात को सोने से पहले खुद के लिए 15 मिनट का समय निकालना चाहिए जिसमें सकारात्मक चीजें पढ़ना देखना है या करना शामिल है उन्होंने बताया कि सारा दिन काम की जो नकारात्मकता हमारे मन में होती है उसको सोने से पहले मन से निकाल देना चाहिए और सकारात्मक विचारों को मन में आत्मसात करना चाहिए । इस दौरान उन्होंने बताया कि संकल्प से ही सिद्धि होती है इसलिए हमें कुछ सकारात्मक संकल्प प्रतिदिन दोहराने चाहिए। पुलिस आयुक्त महोदया ने इस कार्यक्रम में ब्रह्मकुमारी संस्था का सहयोग के लिए धन्यवाद किया। इस अवसर पर डीसीपी अंशु सिंगला, डीसीपी वीरेंद्र विज, डीसीपी उपासना सिंह, डीसीपी क्राइम विजय प्रताप सिंह, डीसीपी सिंह, एसीपी अभिलक्ष जोशी व अन्य अधिकारी तथा पुलिस कर्मचारी मौजूद थे। Post navigation जिला बार के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने पूर्व डिप्टी स्पीकर से की मुलाकात गुरुग्राम सिविल अस्पताल शव कक्ष में कुड़ा कबाड़- आम आदमी पार्टी