दो दिसंबर को ईवीएम के जरिए सात बूथों पर हुआ था जनमत चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 16 दिसंबर, बाढड़ा नगर पालिका को लेकर बीते काफी समय से चला आ रहा मसला आखिरकार सुलझ गया है। प्रशासन द्वारा दो सप्ताह पहले ईवीएम के जरिए करवाए गए जनमत पर मुहर लगाते हुए सरकार ने बाढड़ा नगर पालिका का दर्जा समाप्त कर दिया है। जिससे बाढड़ा व हंसावास के ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। उल्लेखनीय है कि बाढड़ा व हंसावास खुर्द को मिलाकर करीब एक साल पहले बाढड़ा नगर पालिका का गठन किया गया था। जिसके कुछ समय बाद दोनों गांवों के ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर नगर पालिका का दर्जा समाप्त कर ग्राम पंचायत बहाली की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग उनके समक्ष रखी थी। लेकिन इसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं होने पर उन्होंने विरोध प्रदर्शन, धरना आदि का सहारा लिया। ग्रामीणों ने अपनी मांग को लेकर 8 सितंबर को धरना शुरू किया था। जिसके बाद धरने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला, पूर्व मंत्री किरण चौधरी, सांसद धर्मबीर सिंह, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र मांढी आदि धरने पर पहुंचे थे लेकिन धरनारत लोगों की मांग पूरी नहीं हो पाई थी। जिसके चलते धरना लगातार जारी रहा। जिसके बाद प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल 18 नवंबर को धरने पर पहुंचे थे और उन्होंने धरनारत लोगों की मांग पर जनमत संग्रह करवाने के लिए दो दिंसबर को समय निर्धारित किया था। उसी के तहत दो दिसंबर को गांव हंसावास व बाढड़ा में सात बूथों पर ईवीएम के जरिए जनमत करवाया गया था। जिसमें ग्रामीणों ने एकतरफा ग्राम पंचायत के पक्ष में वोटिंग कर नगर पालिका को नकार दिया था। अब सरकार द्वारा उसी जनमत के तहत निर्णय करते हुए नगर पालिका का दर्जा समाप्त कर दिया गया है जिसके बाद अब बाढड़ा व हंसावास खुर्द में दोबारा से ग्राम पंचायत की बहाली की जाएगी। नगर पालिका का दर्जा रद्द होने पर विद्यानंद हंसावास, पूर्व चेयरमैन भल्लेराम, रणसिंह बाढड़ा, हरपाल, मंजीत, प्रवीन, दिनेश, अशोक, जापान सिंह आदि ने खुशी का इजहार किया। 3232 में 3120 ने किया था ग्राम पंचायत के पक्ष में मतदान: नगर पालिका मामले को लेकर बीते दो दिसंबर को हुए जनमत संग्रह में बाढड़ा व हंसावास खुर्द के 5620 मतदाताओं में से 3232 ने सात पोलिंग बूथों पर अपने मत का प्रयोग किया था। जिसमें से 3120 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में व 112 मत नगर पालिका के पक्ष में आए थे। जनमत के दौरान ग्रामीणों द्वारा नगर पालिका को नकारने के बाद अब हरियाणा शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिेक्त मुख्य सचिव हरियाणा सरकार अरूण गुप्ता ने बाढड़ा नगर पालिका रद्द करने संबंधित पत्र जारी किया है। Post navigation परिवार पहचान पत्र डाटा सत्यापन शिविर के दौरान सुचारू रुप से नहीं चला पोर्टल, लोगों को उठानी पड़ी परेशानी सुरेद्र मैहड़ा तीसरी बार बने दादरी बार एसोसिएशन के प्रधान, गिरेंद्र फाैगाट को 78 वोटों से हराया