मनुष्य की आधारशिला उसके नैतिक मूल्यों में दर्शित होती है- डॉ. के.के अग्रवाल
‘वैश्विक चुनौतियों’ का सामना सभी को मिलकर करना चाहिए -प्रो. दिनेश कुमार

गुरुग्राम 13 दिसंबर -गुरुग्राम विवि के प्रबंधन विभाग और कॉलेज ऑफ बिजनेस, वैलपराइसो विश्वविद्यालय, इंडियाना, यूएसए के संयुक्त तत्वावधान में ‘वैश्विक चुनौतियां: सहयोग, नैतिकता और लचीलापन विषय पर दो दिवसीय संयुक्त अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का मंगलवार 13 दिसंबर 2022 को गुरुग्राम विवि के सभागार में शुभारंभ हुआ। उद्घाटन समारोह में (डॉ.) के.के. अग्रवाल, अध्यक्ष राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड, नई दिल्ली ने मुख्य अतिथि जबकि निर्मल कुमार मिंडा,उनो मिंडा ग्रुप गुरुग्राम के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर ने विशिष्ट अतिथि , मुख्य वक्ता के रूप में डीन-कॉलेज ऑफ बिजनेस,वैलपराइसो यूनिवर्सिटी, इंडियाना, यूएसए के प्रो. (डॉ.) निकलास एरहार्ट उपस्थित रहे । इस दौरान गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति और कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार जी ने माननीय अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। गुरुग्राम विवि के प्रबंधन विभाग की डीन और कार्यक्रम संयोजक डॉ. अमरजीत कौर ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लक्ष्यों के बारे में सभी को जानकारी दी। संयुक्त अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन दो सत्रों में किया गया ।

उद्घाटन सत्र में छात्रों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) के.के. अग्रवाल ने कहा कि बिना नैतिकता के व्यापार, खतरनाक होता है ।नैतिकता के माध्यम से मनुष्य क्या सही है और क्या सही नहीं है इन विचारों पर सही निर्णय ले पाता है, अग्रवाल ने कहा कि मनुष्य की आधारशिला उसके नैतिक मूल्यों में दर्शित होती है आगे अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान समय में, पूरी दुनिया एक “ग्लोबल विलेज” के रूप में तब्दील हो गई है। लेकिन वैश्वीकरण के इस दौर में देशों के बीच युद्ध, असंतोष और कोरोना जैसे संकट ने संपूर्ण विश्व के समक्ष कई चुनौतियां पेश की है। ऐसे समय में विचार-विमर्श के लिए गुरुग्राम विश्वविद्यालय द्वारा चुने गए विषय की वे सराहना करते हैं।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि,उनो मिंडा ग्रुप गुरुग्राम के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर निर्मल कुमार मिंडा ने कहा कि आज के समय की ज्यादातर समस्याओं का समाधान शांति एवं भाईचारा से संभव है और वर्तमान विश्व की आवश्यकता भी यही है। ऐसे आयोजन संस्थानों के बीच आपसी समझ,सहयोग और किसी भी समस्या का व्यावहारिक समाधान खोज कर उसे साझा करने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि हम चर्चा और विचार करके विश्व की बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना आसानी से कर सकते हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष और गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने दो दिवसीय संयुक्त अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश से आए शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं का कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरुग्राम विश्वविद्यालय ने वैश्विक चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए वैलपराइसो विश्वविद्यालय के साथ मिलकर यह दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया है ताकि दोनों संस्थानों के बीच शैक्षणिक, अनुसंधान और संस्थागत सहयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित हो। उन्होंने आगे कहा कि ‘वैश्विक चुनौतियां’ का सामना हम सभी को मिलकर करना चाहिए। इस अवसर पर जीयू के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह भी उपस्थित रहे

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