-दिव्यांगजन को समाज में बराबरी का मौका मिले तो वे एक आत्मनिर्भर जीवन जी सकते हैं: श्री ओमप्रकाश यादव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री हरियाणा
-राज्यमंत्री ने राज्य स्तरीय समारोह में विभिन्न श्रेणियों में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन देने वाले दिव्यांगजनो को किया सम्मानित

गुरुग्राम, 03 दिसम्बर। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री ओम प्रकाश यादव ने कहा कि समाज की सामान्य विचारधारा है जिसमें हम सभी दिव्यांगता को शारीरिक अक्षमता से जोड़ कर देखते है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि सभी दिव्यांगजनो को अपनी जरूरतों को पूरा करने और जीवन जीने के लिए दूसरों पर आश्रित रहना पड़े। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन को सार्थक पहल के लिए शुरुआत में दूसरों की मदद की आवश्यकता होती है लेकिन यदि उन्हे मार्गदर्शन मिले और समाज में बराबरी का मौका मिले तो वे एक आत्मनिर्भर जीवन जी सकते हैं। राज्यमंत्री शनिवार को गुरूग्राम के सेक्टर 14 स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय पुरुस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

समारोह का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करने उपरान्त राज्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों के पुनर्वास एवं उनको शिक्षित कर समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए हरियाणा सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनके कल्याण के लिए गम्भीरता से कार्य कर रही है। इसके साथ ही केंद्र सरकार के निर्देश पर प्रदेश में ऐसी अनेकों योजनाएं चला रही हैं जिनके माध्यम से हम अपने दिव्यांग जनों को शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा प्रदेश के दिव्यांगजन की इच्छाशक्ति को जागृत कर उनके आत्मविश्वास को विकसित करते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का निरन्तर प्रयास किया जा रहा है जिससे ये लोग भी समाज की मुख्यधारा में अपना योगदान दे सके।

राज्यमंत्री ने रोहतक जिला में स्थित राज्य पुनर्वास प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (सिरतार) का जिक्र करते हुए कहा कि यह संस्थान पूर्ण रूप से सरकार द्वारा पोषित है जिसमें दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रदेश के उन निजी संस्थानों का भी धन्यवाद किया जो निस्वार्थ भाव से दिव्यांगजन की सेवा में कार्यरत है।

राज्यमंत्री ने अपने संबोधन से पूर्व महाविद्यालय परिसर में विभिन्न विभागों व निजी संस्थानों द्वारा लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ ही दिव्यांगजन को जिला रेडक्रोस सोसाइटी द्वारा उपलब्ध कराई गई ट्राई साइकिल भी भेंट की।

इनको मिल सम्मान
राज्यमंत्री श्री यादव ने राज्य स्तरीय पुरुस्कार वितरण समारोह में पांच विभिन्न श्रेणियों के तहत दिव्यांगजन को नकद पुरुस्कार सहित शील्ड देकर सम्मानित किया। इसमें श्रेष्ठ कर्मचारी श्रेणी के तहत सरकारी विभाग में कार्यरत कुरुक्षेत्र के दविंदर कुमार को प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹ 25 हजार व शील्ड व सोनू वर्मा को द्वितीय पुरुस्कार स्वरूप ₹15 हजार व शील्ड से सम्मानित किया। इसी श्रेणी के तहत श्रेष्ठ स्वरोजगार के लिए नारनौल के मनमोहन को

₹ 25 हजार व शील्ड, व्यक्तिगत श्रेणी के तहत
सिरसा की प्रीति को ₹25 हजार व शील्ड, श्रेष्ठ संस्थान श्रेणी के तहत हिसार की भारत विकास फाउंडेशन को ₹50 हजार का नगद पुरुस्कार व शील्ड, बैरियर फ्री एनवायरमेंट श्रेणी के तहत हिसार स्थित हरियाणा वेलफेयर सोसायटी फॉर पर्सन विद स्पीच एंड हियरिंग इंपेयरमेंट से ममता गौतम को ₹50 हजार के नकद पुरुस्कार व शील्ड देकर सम्मानित किया गया। एक अन्य श्रेणी में रचनात्मक पुरुस्कार के तहत व्यस्क श्रेणी में पानीपत के अमित कुमार व फतेहाबाद की अक्की बाई को ₹25000 का नकद पुरस्कार व स्क्रोल व किशोर श्रेणी में हिसार के मोनू व चरखी दादरी की राखी को ₹15000 का नकद पुरस्कार व मेडल देकर सम्मानित किया गया।

समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक श्री आर.एस ढिल्लों ने अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा दिव्यांगजनों के हितों को प्रोत्साहित करने के लिए विश्वभर में पिछले 41 वर्षों से तीन दिसम्बर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस का आयोजन किया जा रहा है। विश्व की जनसंख्या में दिव्यांगजन की संख्या करीब दस प्रतिशत है जोकि हमारे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों में इच्छाशक्ति की कमी नही होती, अगर इनके हौसलों को सही उड़ान दी जाए तो ये भी बुलंदी का आसमान छू सकते हैं।

श्री ढिल्लों ने प्रसिद्ध दिव्यांग हस्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि नर्तकी सुधा चंद्रन, गायक रविंद्र जैन, वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन सहित अनेक ऐसे नाम है जिन्होंने अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाकर अपने अपने क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। ऐसे में समाज के प्रत्येक तबके को आगे आकर इनके प्रयासों में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दिव्यांगजन के लिए गम्भीरता से कार्य कर रही है। प्रदेश में दिव्यांगजनो के उत्थान के लिए ₹687 करोड़ का बजट निर्धारित है।

पुरुस्कार वितरण समारोह में विभिन्न संस्थानों के दिव्यांगजनो ने नुक्कड़ नाटक व देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।

समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की संयुक्त निदेशक अलका यादव, यूडीआईडी के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ विशाल सैनी, जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव विकास, जिला समाज कल्याण अधिकारी जितेंद्र ढिल्लों, राजकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रमेश कुमार गर्ग, प्रो राजेश बेनीवाल, जिला समाज कल्याण विभाग से कंचन सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति व दिव्यांगजन उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!